देशभर में नवरात्री के पावन अवसर पर मेलों का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में कई जगहों पर मेले का आयोजन किया जा रहा है। मेले में बच्चो समेत बड़े भी उत्साह के साथ भाग ले रहे है। लेकिन एक तरफ देखा जाए तो आज की तकनीक से बने बड़े झूले थोड़े रिस्क से भरे होते है। नए झूलों को आजमाने की चाह में जनता का जमावड़ा लग जाता है। बता दे इसी बीच नवरात्री के पावन अवसर पर गाजियाबाद में झूला टूटने की वजह से 4 लोग बुरी तरह से घायल हो गए। इस बार भी नवरात्री के अवसर पर बच्चो से लेकर बड़ो में उत्साह है। इसी कड़ी में देश की कई जगह पर रामलीला का आयोजन किया जा रहा है।
मैदानों को सुंदर तरीके से सजाया गया है। गाजियाबाद के घंटाघर रामलीला मैदान एक झूला टूट कर बाहर गिर गया। जो ट्रॉली बाहर गिरी उसमें दो महिलाएं और दो बच्चे थे। चारों को चोट आई है एक महिला को अधिक चोट है। यह लापरवाही तब हुई है जब बैठने से पहले ही पीड़ितों ने झूले वाले से कहा था कि यह टेढ़ा हो रहा है और हादसा हो सकता है। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ इसके बाद दिन की तस्वीर दिखाते हैं जो हादसे की चीख चीख के गवाही दे रही है पहले रात की तस्वीर देखिए किस तरीके से काफी स्पीड से घूमता हुआ यह ट्रॉली बाहर आते गिर गई ! लेकिन झूले वाले ने भरोसा दिलाया कि ऐसा कुछ नहीं होगा। चारों को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। उसके बाद वहां से उनको घर भेज दिया गया अक्सर इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं अब सवाल यह उठता है कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है।
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क्या इस तरह की घटनाओं की रोक नहीं लगनी चाहिए गनीमत को यह रही की चारों की जान बच गई नहीं तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। वॉक्सपो पीड़ित इस मामले में कोई तहरीर नहीं मिली है, जांच कमेटी बना दी गई है, झूला टूटने का आखिर कारण क्या रहा कमेटी जल्द ही इस मामले में रिपोर्ट सुपुर्द करेगी।