सावधान! घर बैठे शॉपिंग करने की लत बना सकती है कंगाल…

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Cyber Crime: जहां एक ओर टेक्नोलॉजी ने पूरी दुनिया को मजबूत बनाने का काम किया है तो वहीं दूसरी ओर इससे लोगों को खासा नुकसान भी भुगतना पड़ रहा है। ये कहने में कोई बुराई नहीं है कि टेक्नोलॉजी ने लोगों का काम आसान कर दिया है लेकिन हम इस बात को भी नजरअंदाज नहीं कर सकते कि आजकल के समय में टेक्नोलॉजी के कितने मिसयूज हो रहे हैं। साइबर ठगों का एक और तरीका सामने आया है, जिसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। इसमें ठग नए-नए तरीकों के माध्यम से लोगों को अपने झांसे में फंसाकर उनका अकाउंट खाली कर देते हैं। वो कैसे आइए इस आर्किटल जानते हैं।

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एक तरफ जहां तकनीक किसी देश को मजबूत करती है, वहीं दूसरी ओर इसका प्रभाव आम लोगों पर भी पड़ता है। ये हमारे काम को आसान तो बना देती है लेकिन एक चूक हमारा पर्सनल डेटा भी मिनटों में लीक कर सकती है। हर दिन ना जाने हम कितने ऐसे मामले सुनते हैं, जिससे टेक्नॉलॉजी को लेकर हमारे मन में भी एक शंका उत्पन्न हो जाती है। हम सोचते है कि हमारे पैसे और जानकारी इतनी सारी सिक्योरिटी के बाद भी सुरक्षित नहीं है।

कहते हैं ना कि दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीते हैं, उसी तरह अगर एक बार कोई व्यक्ति साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाता है तो वो वेरिफाइड कंपनीयों की सेवाओं पर भी भरोसा नहीं कर पाता। जिसकी वजह से उनकी सेवाओं से वंचित ही रह जाता है। ऐसा नहीं है की जब आप अपनी  कोई जरूरी जानकारी साझा करते है या ओटीपी शेयर करते हैं तभी आपके बैंक अकाउंट के खाली होने का खतरा बना रहता है, बल्कि बिना कुछ शेयर किए भी अपराधी आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकता है।


किन हथकंडों को अपनाते हैं अपराधी- साइबर अपराधी आपके फोन नंबर या बैंक डिटेल के जरिए ही आपका शिकार नहीं करते बल्कि इसकी भी अलग-अलग कैटेगरी होती है। आइए जानते स्कैमर्स के ठगने के क्या-क्या तरीके हो सकते हैं।

UPI के रिफंड के माध्यम से कैसे होता है स्कैम?– आज के समय में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन एक ट्रेंड बन चुका है। जिसने लोगों के कामों को तो आसान किया ही है, साथ ही साथ साइबर शिकारियों के लिए भी नए रास्ते खोल दिए हैं। अब साइबर अपराधी लोगों को UPI पर रिफंड का लालच देकर ऐप में घुसपैठ कर रहें हैं। इससे बचने के लिए रिफंड से पहले वेरिफाइ कर लें उसके बाद ही पेमेंट करें।

फेक डिलीवरी का सहारा लेकर- ऑनलाइन सामान मंगाना कुछ लोगों की पहली पसंद होती है, जिसमें घर बैठे ही हम अपनी मनपसंद चीजों को आर्डर कर सकते हैं। कुछ लोगों को ऑनलाइन शॉपिंग की लिस्ट इतनी लंबी होती है कि उन्हें क्या कुछ आर्डर किया था और क्या नहीं उन्हें याद ही नहीं रहता। बस इसी चीज का फायदा उठाकर अपराधी ज्यादा पैसे ऐंठ लेता है। इसलिए जब कभी भी आप इस स्थिती में हो तो पहले पूरी डिटेल लें। उसके बाद ही कोई ट्रांजेक्शन या जानकारी दें।

फर्जी बिल का प्रयोग कर जाल में फंसाते है अपराधी- साइबर अपराधी इतनी ज्यादा चालाकी से काम करते हैं कि वे सबसे पहले आपकी रोजमर्रा की जरूरत को टारगेट करते हैं, जिसकी वजह से आनन फानन में लोग गलती कर बैठते हैं। ये ही गलती उनके बैंक अकाउंट को खाली करने में अपराधियों को सहयोग करती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ऐसे फ्राड में फंसे लोगों का कहना है कि उनके पास कोई मैसेज आता है जिसमें कहा जाता है कि अगर इस नंबर पर कॉल नहीं किया गया तो आपकी बिजली सर्विस बंद कर दी जाएगी। बस इसी गलती की वजह से बिजली सर्विस की जगह बैंक अकाउंट से पैसे निकलने शुरू हो जाते हैं।

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इस फ्रॉड से बचने के उपाय– इस फ्रॉड से बचने के लिए आपको एहतियात बरतने की बेहद जरूरत है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप कभी ना कभी साइबर फ्रॉड के शिकार हो सकते हैं। कई बार साइबर अपराधी ना सिर्फ आपकी बैंक डिटेल के साथ छेड़छाड़ करते हैं बल्कि उसके साथ साथ आपके फोन को भी हैक कर लेते हैं, जिससे जैसे ही आप अपने किसी निजी को भी जानकारी साझा करते हैं वह जानकारी उन तक पहुंच ही जाती है।

इसलिए इससे बचाव की बेहद जरूरत है। इसके लिए समय समय पर अपना पासवर्ड बदलते रहें। अगर आप एक स्ट्रांग पिन जनरेट नहीं करते तो यह अपराधियों का रास्ता आसान कर देता है। इसलिए एक पिन को बनाने के बाद ज्यादा समय तक उसी पिन का प्रयोग ना करें। साथ ही फोन में टू फेक्टर वेरिफिकेशन ऑन करके रखें क्योंकि इससे उस पिन की सिक्योरिटी स्ट्रांग बनी रहेगी। इसके अलावा कभी आपको शक हो कि आपके सोथ कुछ गलत होने के आसार दिख रहे हैं तो फौरन शिकायत दर्ज कराएं।

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