Cyclone Dana Alert: चक्रवात ‘दाना’ ओडिशा तट की ओर बढ़ रहा है, जिससे राज्य की लगभग आधी आबादी खतरे में है। सरकार 14 जिलों के लगभग 10 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही है। इसके लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है।बुधवार को बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य में बने चक्रवाती तूफान ‘दाना’ से दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।
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चक्रवात के आगे बढ़ने की वजह से पश्चिम बंगाल के दीघा इलाके में लोगों को निकाला जा रहा है।पूर्व मेदिनीपुर के एसपी सौम्यदीप भट्टाचार्य ने बताया, “दीघा, मंदारमणि और ताजपुर, सभी टूरिस्ट प्लेस हैं, इसलिए सबसे पहले हम सैलानियों को निकाल रहे हैं। ये प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और निचले इलाकों से स्थानीय लोगों को भी निकाला जा चुका है।
उन्हें सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है और उम्मीद है कि आज शाम तक सभी लोगों को निकालने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। पिछले दो दिनों से हम पुलिस की तरफ से, सिविल की तरफ से लगातार घोषणा कर रहे हैं, न केवल घोषणा, बल्कि समुद्र तट तक जाने के रास्ते बंद कर दिए गए हैं, कोई भी समुद्र तट पर नहीं जा सकता। आपदा प्रबंधन टीम के साथ पुलिस की गश्त जारी है, ताकि समुद्र तट तक जाने वालों को रोका जा सके।”
मौसम विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि चक्रवात शुक्रवार की सुबह करीब 70 किलोमीटर दूर भितरकनिका नेशनल पार्क और धामरा बंदरगाह के बीच दस्तक देगा।आईएमडी के मुताबिक 24 अक्टूबर की रात से चक्रवात की शुरुआत होगी और 25 अक्टूबर की सुबह तक जारी रहेगी। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात की मैक्सिमम स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है।
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आईएमडी के ताजा बुलेटिन के मुताबिक, चक्रवात 13 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और पारादीप (ओडिशा) से लगभग 490 किमी दक्षिण-पूर्व, धामरा (ओडिशा) से 520 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व और सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से 570 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित है।चक्रवात के दौरान, दो मीटर तक की टाइड उठने की आशंका है और चक्रवात 120 किमी/घंटा की रफ्तार से तट पर पहुंचेगा।
आईएमडी ने ये भी चेतावनी दी है कि केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जिलों के निचले इलाकों में इस दौरान पानी भरने का खतरा है। सरकार को इन इलाकों से लोगों को निकालने को कहा गया है।राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) और अग्निशमन सेवाओं की 288 रेस्क्यू टीमों को तैनात किया गया है। एनडीआरएफ से और जवानों को तैनात करने का अनुरोध किया गया है।सरकार ने खतरे वाले 14 जिलों की पहचान की है, जहां तटीय इलाकों में तेज़ हवाएं चल रही हैं तथा भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है।ये जिले अंगुल, पुरी, नयागढ़, खोरधा, कटक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, क्योंझर, ढेंकनाल, गंजम और मयूरभंज हैं ।
