Sawan’s first Monday: उत्तर प्रदेश में वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में सावन के पहले सोमवार की सुबह भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की।इससे पहले पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।सोमवार को मैदागिन से गोदौलिया तक गाड़ियां चलाने पर रोक है।सड़कों पर भीड़ कम करने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर तक बैरिकेड्स लगाए गए हैं और जिग-जैग रास्ते बनाए गए हैं।
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आज से सावन का आरंभ – श्रद्धालुओं ने भगवान शिव को फल, बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि अर्पित का जलाभिषेक कर परिवार की सुख व बच्चों की दीर्घायु की कामना की। ऐसे में आज का दिन शिव जी की पूजा के लिए बेहद शुभ माना जा रहा है। कालिक, बाबा हरिहर, शिव मंदिर, चामुंडा मंदिर, चौरासी घन्टा मंदिर मेंश्रद्धालुओं की अधिक भीड़ रही, सोमवार को श्रदालुओं ने व्रत भी रखा। देवों के देव महादेव का प्रिय महीना सावन आज 22 जुलाई से शुरू हो चुका है विशेष बात यह है कि सावन का पहला दिन ही सोमवार पड़ रहा है। सावन माह में लोग हर सोमवार को मंदिर में भोले बाबा के दर्शन करने जाते है।
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श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम- श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी लगाए गए हैं।श्रद्धालुओं को धूप और बारिश से बचाने के लिए भी व्यवस्था की गई है। इसके लिए पहली बार ‘सिल्को गेट’ से एंट्री की व्यवस्था की गई है।प्रयागराज से वाराणसी एनएच पर एक लेन ‘कांवड़ियों’ के लिए रिजर्व की गई है।मंदिर ने कहा है कि सोमवार को दैनिक पास रद्द कर दिए जाएंगे और बाबा विश्वनाथ के ‘स्पर्श दर्शन’ पर प्रतिबंध रहेगा।वाराणसी नगर निगम (वीएमसी) के एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि वाराणसी में कांवड़ यात्रा मार्ग पर मांस की दुकानें सावन में बंद रहेंगी।
