जम्मू कश्मीर में पुलवामा के नदीमर्ग में रविवार को कुछ कश्मीरी पंडित आए। उन्होंने यहां 2003 में हुए नरसंहार में मारे गए लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उस वारदात में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने 24 कश्मीरी पंडितों को मार डाला था।
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आपको बता दें, अभी तक कश्मीरी पंडितों का समुदाय सालाना श्रद्धांजलि सभा जम्मू में आयोजित करता था। इस साल पहली बार नरसंहार की वास्तविक जगह पर प्रार्थना-सभा आयोजित की गई। यहां आने वालों में कुछ ऐसे भी थे, जो दो दशक से भी ज्यादा समय से अपने घरों से दूर थे।
आतंकवादी वर्दी में आए थे। उन्होंने नदीमर्ग गांव को 22-23 मार्च, 2003 की रात चारों ओर से घेर लिया और 24 कश्मीरी पंडितों को कतार में खड़ा कर गोलियों से भून डाला था।