Vadodara Bridge Accident: मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 18, 4 अभियंता निलंबित

Vadodara Bridge Accident: Death toll rises to 18, 4 engineers suspended, Gujarat bridge collapse, Gujarat news, Gambhira bridge, Gambhira bridge collapse, Gujarat, bridge accident, Gambhira bridge, Ahmedabad, Vadodara, Bhupendra Patel, #gujarati, #GujaratiNews, #LatestNews, #Gambhira, #bridge, #vadodara, #ahmedabad

Vadodara Bridge Accident: गुजरात के वडोदरा जिले में महिसागर नदी पर बने पुल के ढहने की घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। अधिकारियों ने गुरुवार 10 जुलाई को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर खोज एवं बचाव अभियान रात के लिए रोक दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह अभियान शुक्रवार सुबह फिर से शुरू होगा क्योंकि दो व्यक्ति अब भी लापता हैं।

Read Also: मेरठ में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम की कांवड़ ने दिया एकता और शांति का संदेश

बता दें, बुधवार 9 जुलाई की सुबह पादरा कस्बे के निकट गंभीरा गांव के पास चार दशक पुराने पुल का एक हिस्सा ढह जाने से कई वाहन महिसागर नदी में गिर गए। यह पुल आणंद और वडोदरा जिलों को जोड़ता है। वडोदरा के जिलाधिकारी अनिल धमेलिया ने कहा, बृहस्पतिवार रात एक और शव मिलने के साथ ही पुल ढहने की घटना में मरने वालों की संख्या 18 हो गई है। दो लोग अभी भी लापता हैं। नदी में उफान के कारण बचाव अभियान रोक दिया गया है और शुक्रवार 11 जुलाई की सुबह फिर से शुरू होगा।

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और अन्य एजेंसियों की कम से कम 10 टीमों द्वारा पूरे दिन खोज और बचाव अभियान चलाया गया। एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि चूंकि एक लदे ट्रक सहित कुछ वाहन अभी भी नदी के गंदे पानी में फंसे हुए हैं, इसलिए जिला प्रशासन ने उन्हें बाहर निकालने के लिए भारतीय सेना के एक ‘हाई परफॉर्मेंस ट्रक’ का इस्तेमाल किया है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को पुल ढहने के सिलसिले में कार्रवाई करते हुए राज्य के सड़क और भवन विभाग के चार अभियंताओं को निलंबित कर दिया।

एक सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया कि निलंबित अधिकारियों की पहचान कार्यकारी अभियंता एनएम नायकवाला, उप कार्यकारी अभियंता यूसी पटेल और आरटी पटेल तथा सहायक अभियंता जेवी शाह के रूप में की गई है। विज्ञप्ति के मुताबिक सड़क एवं भवन विभाग का प्रभार भी संभाल रहे मुख्यमंत्री पटेल ने विशेषज्ञों से पुल पर की गई मरम्मत, निरीक्षण और गुणवत्ता जांच पर एक रिपोर्ट तैयार करने को कहा था और इसी रिपोर्ट के आधार पर चार अभियंताओं को निलंबित करने का निर्णय लिया गया। विज्ञप्ति के मुताबिक पटेल ने विभाग के अधिकारियों को घटना के मद्देनजर राज्य के अन्य पुलों का तत्काल गहन निरीक्षण करने का आदेश दिया है। इस बीच, अधिकारी इस खबर के बाद बचाव की मुद्रा में हैं कि एक सामाजिक कार्यकर्ता ने अगस्त 2022 में इस पुल की खराब स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित कराया था।

पुल ढहने के बाद सोशल मीडिया मंच पर एक तीन साल पुराना ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है जिसमें सामाजिक कार्यकर्ता लखन दरबार, जो ‘युवा सेना’ संगठन चलाते हैं, को सड़क और भवन विभाग के एक अधिकारी से पुल की मरम्मत करने या नया पुल बनाने का आग्रह करते हुए सुना जा सकता है। दरबार ने अधिकारी को बताया कि वडोदरा जिला पंचायत सदस्य हर्षदसिंह परमार ने भी विभाग को पत्र भेजकर चार दशक पहले बने पुल की स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी। गौरतलब है कि जब स्थानीय मीडिया ने घटना के बाद बुधवार को विभाग के वडोदरा मंडल के कार्यकारी अभियंता नायकवाला से बात की थी, तो उन्होंने दावा किया था कि विभाग के निरीक्षण के दौरान पुल में कोई बड़ी खराबी नहीं पाई गई थी।

Read Also: बेमौसम बारिश से इलायची की फसल को नुकसान, किसानों को पैदावार में गिरावट का डर

मुख्यमंत्री द्वारा निलंबित चार अधिकारियों में से एक नायकवाला ने कहा था, पुल को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद करने की कोई मांग नहीं की गई थी। हमारी रिपोर्ट के अनुसार, हमारे निरीक्षण के दौरान कोई बड़ी क्षति नहीं पाई गई। बेयरिंग कोट में थोड़ी समस्या थी, लेकिन पिछले साल ही उसकी मरम्मत कर दी गई थी। गुजरात में 2021 से अब तक पुल ढहने की कम से कम छह बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। अक्टूबर 2022 में मोरबी शहर में मच्छू नदी पर बने ब्रिटिशकालीन झूला पुल के ढह जाने से 135 लोगों की मौत हो गई थी।

Top Hindi NewsLatest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi FacebookDelhi twitter and Also Haryana FacebookHaryana Twitter 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *