Punjab: पंजाब के मोगा जिले में सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं। इससे दुकानदार और खरीदार दोनों परेशान हैं।कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी की वजह हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और राज्य भर में आई बाढ़ बताई जा रही है। इससे सब्जियों की आमद में काफी रुकावट आई है। स्थानीय फसलें पहले ही बर्बाद हो चुकी हैं।हिमाचल प्रदेश में लगातार भारी बारिश से बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचा है। राज्य की नदियां उफन रही हैं और कई जगह बाढ़ में डूब गई हैं।इसी तरह पंजाब में भी बाढ़ से 1.71 लाख हेक्टेयर खेतों को नुकसान पहुंचा है।Punjab
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दुकानदार: सब्जियां ज्यादा आती हैं हिमाचल से ही और दूसरे बाहरी राज्यों से भी आती हैं। सब्जी के रेट डबल हो गए हैं, कद्दू 70, 80 और 100 रुपये किलो, तोरी भी 100 रुपये प्रति किलो है। सारी सब्ज़ियां डबल हो गई हैं, कोई भी सस्ती नहीं है। पंजाब का हाल देखो, सारे पिंड में बुरा हाल है। सब्जी लोकल तो आ नहीं रही, लोकल सब्जी सारी खराब हो गई हैं।”Punjab
पंजाब बीते चार दशकों में अपने सबसे बुरे बाढ़ संकट से जूझ रहा है।मूसलाधार बारिश भले ही थम गई हो और पानी धीरे-धीरे कम हो रहा हो, लेकिन हजारों परिवारों के लिए संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है।बाढ़ से क्षतिग्रस्त मकान, तबाह फसलें और बढ़ते स्वास्थ्य जोखिम पूरे सूबे की बेहद भयावह तस्वीर पेश कर रहे हैं।अजनाला में बाढ़ का पानी भले ही कम हो गया हो, लेकिन अपने पीछे तबाही के निशान छोड़ गया है। जहां कभी घर हुआ करते थे, वहां अब केवल ढहे हुए ढाँचे रह गए हैं। Punjab।
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किसान उस तबाही का मंजर बयां कर रहे हैं, जिसने उनके खेतों को बर्बाद कर दिया, वहीं कुछ ये भी कह रहे हैं कि उन्हें अभी भी यकीन ही नहीं हो रहा है कि ये क्या हुआ क्योंकि उन्हें बाढ़ की पहले से कोई चेतावनी नहीं दी गई थी।लोगों का कहना है कि बाढ़ के पानी ने उनकी जीवन भर की जमा-पूंजी और संपत्ति को बर्बाद कर दिया, जिससे उनका सब कुछ खत्म हो गया।ये नुकसान और भी अधिक दुखदायी है क्योंकि कई लोगों का कहना है कि उन्हें अभी तक कोई मदद नहीं मिली है।बाढ़ से किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, उनकी खड़ी फसलें बर्बाद हो गई हैं, मवेशी पानी में बह गए और यहां तक कि बचा हुआ पशु चारा भीगकर खराब हो गया।Punjab