Haryana: हरियाणा के यमुनानगर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल तस्वीर एक बार फिर सामने आई है। छछरौली के सरकारी अस्पताल से मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक गर्भवती महिला को अस्पताल के फर्श पर ही बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर होना पड़ा।यमुनानगर जिले के छछरौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की लापरवाही उस वक्त सामने आई जब एक महिला अस्पताल के अंदर फर्श पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। Haryana:
महिला के परिजन इधर-उधर डॉक्टर को देखते रहे लेकिन कोई भी डॉक्टर मौके पर नहीं मिला। महिला के पति शिवम ने आरोप लगाया कि 20 से 25 मिनट तक डॉक्टर गर्भवती महिला के पास नहीं पहुंचा। महिला दर्द से कराहती रही आखिर में महिला ने सामुदायिक केंद्र के परिसर के फर्श पर ही बच्चे को जन्म दिया। महिला के पति शिवम ने बताया कि हम सुबह करीब 8 बजे छछरौली के सीएचसी पहुंचे थे। जब हम यहां पहुंचे तो हमें कोई डॉक्टर मौके पर नहीं मिला। जब बच्चे ने फर्श पर जन्म दिया तब डॉक्टर हमारे पास आए।Haryana:
Read also- वंदे भारत स्लीपर का हुआ सफल हाई-स्पीड ट्रायल, रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने जारी किया वीडियो
दूसरी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सीनियर मेडिकल ऑफिसर वागैश गुटेन डॉक्टर की लापरवाही को पूरी तरह से ही छुपा दिया। उन्होंने जो तर्क दिया वह किसी भी हद तक हजम नहीं हो सकता। डॉक्टर साहब डॉक्टर की लापरवाही को छुपाने के लिए तकनीकी बातें करने लगे। और बोले कि ऐसा नहीं था बल्कि महिला ने इमरजेंसी स्ट्रेचर पर बच्चों को जन्म दिया। दूसरी और डॉक्टर ने इस मसले पर तस्वीर की बात भी कही है। महिला बिहार के पूर्णिया जिले की रहने वाली है और भुखड़ी गांव में प्लाईवुड फैक्ट्री में काम करती है जबकि उसका पति दिल्ली में ही मजदूरी का काम करता है।Haryana:
