Bihar News: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार 6 अक्टूबर को अदालती कार्यवाही के दौरान भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) न्यायमूर्ति बी.आर. गवई पर हुए हमले की कड़ी निंदा की और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर ‘‘चुप्पी साधने’’ का आरोप लगाया। Bihar News
Read Also: बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे पर दुर्घटना में 3 लोगों की मौत, 24 घायल
तेजस्वी ने कहा कि यह घटना नफरत और हिंसा के सामान्यीकरण का नतीजा है, जिसे 2014 से सरकारी संरक्षण मिलता रहा है। यह बेहद चिंताजनक है कि देश की न्यायपालिका के सर्वोच्च पद पर आसीन व्यक्ति को ऐसी अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ा। यह हमारे लोकतंत्र के इतिहास का शर्मनाक अध्याय है। आरजेडी नेता ने कहा, जूता सीजेआई पर नहीं, बल्कि पूज्य बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर पर फेंका गया है। कुछ लोग धर्म के नाम पर ज़हर फैला रहे हैं। अब कोई भी सुरक्षित नहीं दिखता। Bihar News
Read Also: निवेश आकर्षित करने, प्रौद्योगिकी और विनिर्माण में सहयोग बढ़ाने के लिए जापान दौरे पर CM नायब सैनी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि 71 वर्षीय एक वकील ने सीजेआई पर कथित तौर पर जूता फेंकने का प्रयास किया। बाद में उसके पास से एक नोट मिला, जिस पर लिखा था, भारत सनातन धर्म के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि हमें आश्चर्य है कि हमेशा से संविधान और दलित विरोधी रही इस घटना पर मौन क्यों है। न्यायपालिका हमारे लोकतंत्र की रीढ़ है और उसकी रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है।