गरियाबंद में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़! अब तक 10 नक्सली ढेर

Chhattisgarh: Encounter between security forces and Naxalites in Gariaband! 10 Naxalites killed so far

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में कम से कम 10 नक्सलियों को मार गिराया है। पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार 11 सितंबर को यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि मारे नक्सलियों में प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के एक वरिष्ठ नेता और केंद्रीय समिति सदस्य (सीसीएम) मोड़ेम बालकृष्ण उर्फ भास्कर भी शामिल है।

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस उपलब्धि के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की और कहा कि अगले साल 31 मार्च से पहले ‘लाल आतंक’ का पूर्ण सफाया निश्चित है। रायपुर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने बताया कि गरियाबंद जिले के मैनपुर क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में कम से कम 10 नक्सलियों को मार गिराया है। मिश्रा ने बताया कि मैनपुर क्षेत्र के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कोबरा बटालियन, विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और ई-30 (जिला पुलिस की एक इकाई) को नक्सल विरोधी अभियान पर रवाना किया गया था। उन्होंने बताया कि आज सुबह से ही क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच रुक-रुक कर मुठभेड़ चल रही तथा नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट भी किया है। Chhattisgarh

पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि मुठभेड़ में कई नक्सली कमांडर समेत कम से कम 10 नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी मिली है। पुलिस के अनुसार, राज्य की राजधानी रायपुर से 180 किलोमीटर दूर स्थित इस इलाके में शीर्ष नक्सलियों की गतिविधि की सूचना मिलने के बाद यह अभियान शुरू किया गया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय समिति के सदस्य (सीसीएम) मोड़ेम बालकृष्ण के मुठभेड़ में मारे जाने की संभावना है। Chhattisgarh

बालकृष्ण को उसके उपनाम बालन्ना, रामचंदर और भास्कर से भी जाना जाता है, वह उड़ीसा राज्य समिति (ओएससी) का सचिव था और 1980 के दशक की शुरुआत में आंदोलन में शामिल हुआ था। सुरक्षाबलों की इस सफलता को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने ‘एक्स’ पर लिखा,‘‘नक्सलियों के विरुद्ध हमारे सुरक्षा बलों ने आज एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ की कोबरा कमांडो, छत्तीसगढ़ पुलिस और डीआरजी ने संयुक्त अभियान चलाकर एक करोड़ रुपये के इनामी सीसीएम मोडेम बालकृष्ण उर्फ मनोज समेत 10 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया है। समय रहते बचे-खुचे नक्सली भी आत्मसमर्पण कर दें। आगामी 31 मार्च से पहले लाल आतंक का समूल नाश निश्चित है।’’ पुलिस के मुताबिक इस मुठभेड़ के साथ, इस साल अब तक छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में 241 नक्सली मारे गए हैं।

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इनमें से 212 सात जिले वाले बस्तर संभाग में मारे गए हैं, जबकि 27 रायपुर संभाग के गरियाबंद जिले में मारे गए। दुर्ग संभाग के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में दो अन्य नक्सली मारे गए। गरियाबंद जिले में मारे गए नक्सलियों में माओवादियों की केंद्रीय समिति और उड़ीसा राज्य समिति का सदस्य चलपथी उर्फ जयराम भी शामिल था। इसी साल जनवरी में, गरियाबंद के मैनपुर इलाके में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 16 नक्सली मारे गए थे। पिछले साल, छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने 219 नक्सलियों को ढेर कर दिया था।

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