Flu Infection: मौसमी सर्दी-खांसी और बुखार विश्व भर में काफी आम हैं। इस तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण मौसम में होने वाले बदलाव हैं जो इन्फ्लूएंजा वायरस से संक्रमित होते हैं। ये समस्या भी आम दवा से कुछ दिनों में ठीक हो जाती है। और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वैज्ञानिकों ने ड्रग-रेजिस्टेंट इन्फ्लूएंजा वायरस के दो सैंपलों का पता लगाया है। अर्थात, ये वायरस के रूप दुनिया भर में सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली एंटीवायरस फ्लू दवा के प्रति प्रतिरोधी हैं। इन दवाओं से वायरस भी बच सकता है और संक्रमण आसानी से बढ़ा सकता है।
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जैसा कि सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने रिपोर्ट किया है, वैज्ञानिकों ने फ्लू के दो ऐसे मानव मामलों का पता लगाया है जिन पर एंटीवायरल फ्लू दवाएं कोई असर नहीं करती हैं। सैंपल की जांच में पाया गया कि इन्फ्लूएंजा वायरस में दो महत्वपूर्ण म्यूटेशन हुए हैं। इससे वायरस के ये स्ट्रेन दवाओं से बच सकते हैं और संक्रमण के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। क्या फ्लू संक्रमण के कारण भी गंभीर बीमारियां और मौतों की संख्या बढ़ सकती है?
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CDC ने बताया कि इन्फ्लूएंजा-ए वायरस (एच1एन1) में I223V और S247N नामक दो म्यूटेशन पाए गए हैं। अब तक, दुनिया भर में 15 देशों से एच1एन1 वायरस के दोहरी संक्रमण वाले 101 सैंपल की पहचान की गई है। साथ ही डॉक्टरों ने इस साल की शुरुआत में द लैंसेट माइक्रोब जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट में फ्लू वायरस में दो म्यूटेशनों की पहचान की है जो दवाओं से प्रभावित नहीं होते हैं। साथ ही कुछ अध्ययनों ने बताया कि ड्रग-रेजिस्टेंट वायरस के शिकारों को अस्पताल में भर्ती करना और संक्रमण से गंभीर होने पर मौत का भी खतरा हो सकता है।
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