Gandhi Statue: मध्य लंदन के एक चौराहे पर स्थित महात्मा गांधी की एक प्रतिष्ठित मूर्ति का एक छोटा मॉडल अगले हफ्ते इंग्लैंड में एक नीलामी में नीलाम होने वाला है, जिसकी अनुमानित कीमत 6,000 से 8,000 पाउंड के बीच है। 27 सेंटीमीटर ऊंची ये कांस्य प्रतिमा पोलिश मूर्तिकार फ्रेडा ब्रिलिएंट द्वारा तैयार उस मूल विजन का पहला और पूरा रूप माना जाता है, जिसके आधार पर 1968 में ब्लूम्सबरी स्थित टैविस्टॉक स्क्वायर में गांधी प्रतिमा स्थापित की गई थी। सितंबर में इसी प्रतिमा के प्लिंथ पर “रेस-एग्रेवेटेड” ग्रैफिटी से निशाना बनाया गया था, जिसे दो अक्टूबर को गांधी जयंती से पहले साफ किया गया। Gandhi Statue
विल्टशायर के वूली एंड वालिस नीलामी घर ने एक बयान में कहा, “फ्रेडा ब्रिलियंट ने पहली बार 1949 में महात्मा गांधी की मूर्ति (Gandhi Statue) बनाने का विचार सोचा था, लेकिन 1960 के दशक की शुरुआत में ही उन्हें लंदन के टैविस्टॉक स्क्वायर में स्मारक बनाने का काम सौंपा गया था।” इसमें कहा गया है, “शुरुआत में उन्होंने तीन मुद्राएं बनाईं, एक गांधी की खड़ी मुद्रा, एक उनके चलने की मुद्रा, और यहां पेश अंतिम मुद्रा, जिसमें वे ध्यानमग्न पद्मासन में बैठे थे। इस मुद्रा को उन्होंने ‘पारंपरिक और अंतरंग, बताते हुए चुना गया।” मूर्तिकार द्वारा मुद्रा तय करने के बाद, उन्होंने पारंपरिक धातु का छोटा मॉडल बनाया। यह इन दो मॉडल में से पहला है, जो अगले गुरुवार को नीलामी के लिए रखा जाएगा। दूसरा मॉडल जून 2019 में एक निजी संग्रहकर्ता को 65,000 पाउंड में बेचा गया था। Gandhi Statue
Read Also: गाजियाबाद में विधायक की झुग्गियों में रेड! आधार कार्ड जांच में मिले कई फर्जी दस्तावेज
वूली एंड वालिस के विशेषज्ञ विक्टर फाउवेल ने कहा, “फ्रेडा की बढ़ती प्रतिष्ठा और अतीत में गांधी पर किए गए उनके काम सराहनीय हैं। उसे देखते हुए लंदन के एक निजी संग्रह से इस पहले मॉडल का आना महत्वपूर्ण है।” उन्होंने कहा, “यह संग्रहकर्ताओं को उस कलाकृति को हासिल करने का एक असाधारण मौका देता है, जो फ्रेडा के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त स्मारकों और मूर्तियों में से एक है। “इंडिया लीग के सहयोग से निर्मित इस कांस्य मूर्ति का अनावरण महात्मा गांधी के उन दिनों को याद करते हुए किया गया, जब वे पास के यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में कानून के छात्र थे। इस मूर्ति में गांधीजी को एक पारंपरिक ध्यान मुद्रा में दर्शाया गया है, जिसके चबूतरे पर लिखा है: “महात्मा गांधी,1869-1948।” संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में नामित गांधी जयंती, हर साल दो अक्टूबर को मनाई जाती है। लंदन के इस स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की जाती है और गांधीजी का पसंदीदा भजन गाया जाता है। Gandhi Statue
