Indian Navy: पहली बार नौ अलग-अलग देशों के अधिकारी और नाविक भारतीय नौसेना के पोत पर एक साथ नौकायन कर रहे हैं, जो समुद्री सहयोग में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। दक्षिणी नौसेना कमान में मुश्किल प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, नौ देशों के 44 कर्मी अब आगे के समुद्री चरण के प्रशिक्षण के लिए भारतीय महासागर जहाज (आईओएस) सागर के रूप में नामित आईएनएस सुनयना पर सवार हैं।
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भारतीय नौसेना की पहल के तहत पांच अप्रैल से आठ मई तक दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर क्षेत्र में आईएनएस सुनयना को तैनात किया गया था, ताकि हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में एक पसंदीदा ‘सुरक्षा भागीदार’ और ‘प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता’ बनने के अपने दृष्टिकोण को आगे बढ़ाया जा सके, जो हिंद महासागर क्षेत्र के मित्र देशों को प्रशिक्षण देता है।
इस तैनाती का उद्देश्य क्षेत्रीय चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए विश्वास और सामूहिक प्रयासों को बढ़ावा देना है। साथ ही संयुक्त परिचालन क्षमताओं को बढ़ाना भी है। कोच्चि में पीटीआई वीडियो से आईएनएस सुनयनावे के कमांडिंग ऑफिसर कमांडर कमल सिंह राणा ने कहा कि हमारे द्विपक्षीय संबंध रहे हैं, जिसमें एक या दो देशों के अधिकारी और नाविक शामिल हुए हैं और हमने संयुक्त ईएसए निगरानी की है। लेकिन ये पहली बार है जब नौ विदेशी देशों के अधिकारी और नाविक शामिल हुए हैं।
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समुद्री चरण के प्रशिक्षण के दौरान चालक दल ने सीमैनशिप इवोल्यूशन, खोज और बचाव (एसएआर) अभ्यास, सूचना साझा करने के अभ्यास और हेलीकॉप्टर संचालन में हिस्सा लिया। श्रीलंका नौसेना के लेफ्टिनेंट मनुज एस. रत्न ने कहा कि व्यावहारिक समुद्री परीक्षण बेहद मूल्यवान हैं। यह यात्रा मुझे अपनी नौसेना में नए कौशल लागू करने में मदद करेगी। मॉरीशस तटरक्षक बल के इंस्पेक्टर रामभुजन ने भारतीय नौसेना की व्यावसायिकता की तारीफ की।
