Jammu Kashmir: जम्मू की एक आवासीय कॉलोनी के लोगों ने प्राचीन भाषा संस्कृत को एक-दूसरे से जुड़ने और बातचीत के सबसे पहले जरिए के तौर पर अपनाकर अनूठा कदम उठाया है। शहर के एक ट्रस्ट द्वारा शुरू की गई इस पहल के तहत अब इस इलाके में संस्कृत में स्वागत बैनर और नामपट्टिकाएं लगाई गई हैं।
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ट्रस्ट के पदाधिकारियों के मुताबिक इस पहल का मकसद प्राचीन भाषा को बढ़ावा देना और इसे लेकर मौजूदा पीढ़ी में गर्व की भावना पैदा करना है। इलाके के लोगों का कहना है कि वे इस बदलाव पर गर्व महसूस कर रहे हैं। साथ ही उनका दावा है कि रोजमर्रा की जिंदगी में संस्कृत भाषा को अपनाने की पहल सबसे पहले उन्होंने ही की है। लोगों का कहना है कि ये कॉलोनी एक तरह से ‘संस्कृत प्रयोगशाला’ के रूप में काम करेगी। यहां लोग न सिर्फ प्राचीन भाषा सीखेंगे, बल्कि इसे बोलेंगे और रोजमर्रा की जिंदगी में भी इसका इस्तेमाल करेंगे।