Health News : सर्दी के मौसम में हाथ-पैरों का ठंडा होना आम होता है. जब हम ठंडी हवाओं के संपर्क में आते है तो हमारे हाथ- पैर में ब्लड सर्कुलेशन सिकुड़ने लगते हैं. जब ठंड के मौसम में हमारे शरीर के ऑर्गन गर्म हो रहे है. इसका मतलब है हमारा स्वास्थ्य ठीक है. इसका अर्थ साफ है कि हमारे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन एकदम ठीक चल रहा है. लेकिन हद से ज्यादा हाथ-पैर ठंडा रहता है यानी बर्फ की तरह ठंडा रहता है तो फिर शरीर में किसी खास तरह की कमी का संकेत हो सकता है.आइये जानते हैं कि इस आर्टिकल में किस वजह से कुछ लोगों के हाथ-पैर ठंडे हो जाते है.Health News
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तो आप बिल्कुल चिंता मत लीजिए क्योंकि आप अकेले नहीं हैं. सर्दियों के महीनों में ज़्यादातर लोगों के हाथ और पैर ठंडे हो जाते हैं. जिससे उन्हें बहुत बीमार महसूस होता है. अगस्त के आखिर से सितंबर की शुरुआत तक के सर्दियों के महीनों में कई तरह के मौसमी बदलाव आते हैं. जिससे दिल की धड़कन के स्तर में वृद्धि होती है. यह कुछ हफ़्तों तक धीमी गति से होता है और सर्दियों के महीने के खत्म होने तक यह उच्च बना रहता है.सर्दियों के मौसम में हाथ और पैर ठंडे रहते हैं, जो उन्हें गर्म रखने के लगातार प्रयासों के बाद भी बने रहते हैं. अगर ध्यान न दिया जाए तो यह एक खतरनाक समस्या बन सकती है.
हाथ-पैर क्यों हो जाते हैं ज्यादा ठंडे?- जिन व्यक्ति के हाथ-पैर ज्यादा ठंडे रहते हैं उसके पीछे भी बहुत बड़ा कारण है. उनके ब्लड सर्कुलेशन का सिकुड़ना. जिसके कारण ब्लड का फ्लो कम हो जाता है. जिसके कारण शरीर का टेंपरेचर कम होने लगता है. इसके अलावा कुछ ऐसी बीमारियां है जिसके कारण भी पैर-हाथ हमेशा ठंड रहता है.
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सर्दियों में हाथ-पैर का ठंडा रहना बेहद नॉर्मल बात है. इसके लिए आप मोटे-मोटे मोजे पहनते हैं. पैरों को सेंकते हैं. लेकिन कुछ लोगों को यह परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है क्योंकि मौसम चाहे जो भी हो अगर ज्यादा पैर ठंडे रहते हैं. तो यह एक गंभीर समस्या का रूप ले सकती है. कितना भी उपाय करने के बाद आपके पैर ठंडे ही रहते हैं तो आपको इसका तुरंत हल निकालना चाहिए. दरअसल, जिन लोगों के साथ ऐसी दिक्कत हो रही है वह डायबिटीज या एनीमिया से पीड़ित हैं. ऐसे लोगों के हाथ-पैर के नस सिकुड़ने लगते हैं. जिसके कारण ब्लड का फ्लो कम हो जाता है. ऐसे में कोल्ड फीट की समस्या शुरू होती है.
