Ozone Day 2024: जानिए क्यों पृथ्वी के सुरक्षा कवच को खुद है आज सुरक्षा की जरूरत ?

Ozone Day 2024: मनुष्य को सुरक्षित रहने के लिए कवच की आवश्यकता होती ही है। जैसे घर में रहें तो चारदीवारी और छत का कवच, धूप में जाएं तो खास क्रीम का कवच, बारिश में बाहर निकलें तो छाते का कवच, मोबाइल की सुरक्षा के लिए कवर और स्क्रीन गार्ड नामक कवच। बिलकुल ऐसे ही सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाने के लिए हमारे वायुमंडल में ‘ओजोन परत’ नाम का एक कवच पहले से ही मौजूद हैं, लेकिन अपनी नासमझी और गैर जिम्मेदारी के कारण हम उस कवच को नुकसान पहुंचा रहे हैं। धरती के कवच ओजोन परत की अहमियत को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए प्रत्येक वर्ष 16 सितंबर को ओजोन दिवस  (Ozone Day) मनाया जाता है।

जब भी हम कहीं बाहर निकलते हैं तो सन प्रोटेक्शन क्रीम लगाना नहीं भूलते, लेकिन जो सच में प्रोटेक्शन देता है उसका ख्याल ही नहीं करते। अगर धरती का ये असली प्रोटेक्शन खत्म हो जाए तो नकली प्रोटेक्शन कुछ नहीं कर पाएगा। हम खुद ही अपने विनाश के रास्ते खोलते जा रहे हैं। जरा सोचिए, अगर आपके सिर पर छत ना रहे, घर की चारदीवारी का कवच आपको ना मिल पाएं तो क्या आप सहज और सुरक्षित महसूस करेंगें। बिल्कुल नहीं, लेकिन अपने घर जैसी पृथ्वी के कवच को हम लगातार नष्ट करने में लगे हुए हैं। इसके कारण भी बहुत सी बीमारियां भी बढ़ती जा रही है और पृथ्वी वासियों के भविष्य पर भी संकट मंडरा रहा है।

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क्या है Ozone (O3) कवच ?

हमारे वायुमंडल के समताप मंडल में उपस्थित ओजोन परत (Ozone) हल्के नीले रंग की होती है। वैसे तो यह बदबूदार, हानिकारक और प्रतिक्रियाशील होती है, लेकिन यह ऊपर मौजूद होती है। जिसके कारण यह हमारे वायुमंडल के लिए लाभदायक है, अगर यह करीब मौजूद होती तो कई सारी बीमारियों को जन्म देती। इसका ग्रीन हाउस प्रभाव हमारे शरीर में कई सारी बीमारियों को जन्म दे सकता था, साथ ही ग्लोबल वार्मिंग और अन्य आपदाओं को भी जन्म देती।

16 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है Ozone दिवस ?

इस दिन को मनाने की जड़ें 1985 के समय से जुड़ी हुई हैं। ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वेक्षण (बीएएस) के एक जूनियर शोधकर्ता जोनाथन शंकिलन ने ओजोन परत में मौजूद छेद की घोषणा की थी। इस बात की पुष्टि करने के लिए एक टीम का गठन किया गया और जोनाथन की बात को सच पाया गया। सेटेलाइट्स की मदद से देखने पर पता चला कि ओजोन परत में 20 मिलियन वर्ग किलोमीटर का छेद मौजूद है। 1994 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने लोगों को जागरूक करने के लिए 16 सितंबर को इंटरनेशनल ओजोन डे (Ozone Day) मनाने की शुरुआत की थी।

क्या है 2024 के ओजोन डे की थीम ?

2024 में ओजोन डे  (Ozone Day)  की थीम है Montreal Protocol: Advancing Climate Action जिसका अर्थ है कि मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल: जलवायु कार्रवाई को आगे बढ़ाना। जिसका मुख्य मकसद ओजोन परत में होने वाले छेदों के बारे में लोगों को जागरूक करना और होने वाले कारणों मे सुधार करना है। इसका यह तात्पर्य नहीं है कि विकास ना किया जाए या उस पर रोक लगाई जाए, बल्कि उसका अर्थ है कि विकास तो हो, लेकिन हमारे पर्यावरण को अधिक नुकसान ना हो।

ओजोन परत किन चीजों से करती है बचाव?

ओजोन (Ozone) परत, सूर्य से निकलने वाली UV रेडिएशन, सोलर रेडिएशन और खासकर UV-B वेरिएंट से हमारी शरीर की रक्षा करती है। अगर यह ना हो तो सनबर्न, स्किन का कैंसर और मोतियाबिंद जैसी समस्या आम हो सकती है। इसके बिना मनुष्य के साथ-साथ जानवरों का भी इम्यून सिस्टम खराब हो सकता है। इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण बीमारियां हमारे शरीर में आसानी से प्रवेश कर जाएगी और हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण हम जल्दी बीमार पड़ सकते हैं।

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O3 में छेद होने के क्या कारण हैं?

ओजोन परत में छेद होने के पीछे मुख्य कारण क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFC) जैसे रसायन हैं।  रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर, और स्प्रे में ये रसायन  इस्तेमाल होते हैं। दिन-प्रतिदिन इनका इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है, साथ ही साथ ओजोन (Ozone) पर भी प्रभाव अधिक बढ़ता जा रहा है। हवाई जहाज जिनसे हमारा काम बेहद आसान हुआ है, दिनों की यात्रा घंटों में पूरी हो जाती है। यह भी ओजोन परत के क्षरण का कारण है।
बता दें, ओजोन छेद मुख्य रूप से अंटार्कटिका के ऊपर होता है और हर साल अगस्त से दिसंबर के बीच दिखाई देता है। ओजोन पर पड़ा नकारात्मक प्रभाव मानव स्वास्थ्य, जानवरों, पर्यावरण, और समुद्री जीवन के लिए बेहद खतरनाक है। क्योंकि छेद की वजह से सूर्य की पराबैंगनी किरणें UV Rays सीधा धरती पर आती है।

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