Parliament: लोकसभा में भारी हंगामें के बीच चर्चित G RAM G बिल पारित हो गया है।वही विपक्ष के सांसदों ने मनरेगा की जगह लेने वाले इस बिल की कॉपी फाड़ कर विरोध जताया है।केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बिल को ग्रामीण अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाने वाला बताया है। Parliament:
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संसद के शीतकालीन सत्र में आज लोकसभा में जोरदार हंगामा देखने को मिला। मनरेगा की जगह लेने वाले विकसित भारत गारंटी फॉर रोज़गार एंड आजीविका मिशन (ग्रामीण) बिल, यानी VB-G RAM G बिल को भारी विरोध के बीच पास कर दिया गया।विपक्षी सांसदों ने बिल की कॉपियां फाड़कर और नारे लगाकर अपना विरोध जताया।इस पर ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीखा जवाब दिया।लोकसभा में आज सुबह से ही माहौल गरमाया हुआ था।कल रात करीब डेढ़ बजे तक चली लंबी बहस के बाद आज बिल पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चर्चा का जवाब दिया। Parliament:
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बिल पास होते ही विपक्षी सांसद सदन के वेल में पहुंच गए. कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के सांसदों ने महात्मा गांधी का नाम हटाने को लेकर सरकार पर हमला बोला। कई सांसदों ने बिल की कॉपियां फाड़ीं और स्पीकर की कुर्सी की ओर फेंक दीं. सदन में नारे लगे – “महात्मा गांधी अमर रहें” और “बिल वापस लो। स्पीकर ओम बिरला ने हंगामा करने वालों को फटकार लगाई और कहा कि जनता ने आपको कागज फाड़ने के लिए नहीं भेजा है। हंगामे के बीच बिल ध्वनिमत से पास हो गया, जिसके बाद सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। Parliament:
इससे पहले बिल का बचाव करते हुए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह बिल ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर बनाने का बड़ा कदम है। इसमें मनरेगा के 100 दिनों की जगह 125 दिनों की रोजगार गारंटी दी गई है। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले एनआरईजीए था, महात्मा गांधी का नाम 2009 के चुनावों को देखकर जोड़ा गया था – वोट की राजनीति के लिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “कांग्रेस ने बापू के आदर्शों की हत्या की, जबकि मोदी सरकार पीएम आवास योजना, उज्ज्वला, स्वच्छ भारत और आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं से बापू को जीवित रख रही है।” Parliament:
विपक्ष के हंगामे पर शिवराज सिंह चौहान ने इसे लोकतंत्र की हत्या और भीड़तंत्र बताया।बाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिल फाड़ना और डेस्क पर चढ़ना बापू के अहिंसा के सिद्धांतों का अपमान है।वही विपक्ष का कहना है कि यह बिल मनरेगा को कमजोर करेगा और महात्मा गांधी का अपमान है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने इसे मनरेगा की गारंटी खत्म करने की साजिश बताया।विपक्ष ने बिल को स्टैंडिंग कमिटी में भेजने की मांग की, लेकिन सरकार ने मांग नहीं मानी।अब यह बिल राज्यसभा में गया हैं।इसी साथ इस बिल को लेकर सियासी जंग और तेज हो गई है। Parliament:
