बिहार चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पूर्व करीबी सहयोगी प्रशांत किशोर(PK) और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद(RCP) सिंह ने रविवार को हाथ मिला लिया। इसके साथ ही कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनावों में अपने पूर्व गुरु के खिलाफ चुनाव लड़ने की कसम खाई है।
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पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, आरसीपी सिंह ने जोकि पूर्व केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं, उन्होंने प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के साथ अपनी पार्टी के विलय की घोषणा की है, जिसे बमुश्किल छह महीने पहले ही शुरू किया गया था। आरसीपी सिंह इससे पहले जेडीयू और बीजेपी का हिस्सा भी रह चुके हैं।
बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सियासी दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं और नेताओं के एक दल से दूसरे दल में शामिल होने का खेला भी जारी है। यही नहीं सभी सियासी दल प्रदेश का आगामी चुनाव जीतने का दावा कर रहे हैं। वहीं एक-दूसरे पर सियासी वार-पलटवार भी तेज हो गए हैं। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुनाव से पहले प्रदेश में सौगातों की बौछार करने में लगे हुए हैं। जेडीयू का कहना है कि ‘सुशासन’ अब एक ब्रांड है और विकास का ‘नीतीश मॉडल’ एक विश्वास।