Pm Modi News: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने द्विपक्षीय वार्ता में भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के सभी पहलुओं पर अहम चर्चा की है। दोनों नेताओं ने रक्षा असैन्य परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की। इसके अलावा दोनों देशों ने अलग-अलग क्षेत्र में 10 महत्वपूर्ण समझौते किए हैं।वही पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने आज संयुक्त रूप से मार्सिले में भारत के नव-खुले महावाणिज्य दूतावास का उद्घाटन भी किया।
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वाणिज्य दूतावास में, दोनों नेताओं का भारतीय प्रवासियों के सदस्यों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया, जो इस ऐतिहासिक अवसर को देखने के लिए एकत्र हुए थे।फ्रांस का यह क्षेत्र व्यापार, उद्योग, ऊर्जा और लक्जरी पर्यटन का पर्याय है और भारत के साथ इसका महत्वपूर्ण आर्थिक, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों का जुड़ाव है। फ्रांस के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले शहर में नया महावाणिज्य दूतावास बहुआयामी भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगा।वही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने आज संयुक्त रूप से कैडारैचे में अंतर्राष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर [ITER] का भी दौरा किया। नेताओं का स्वागत ITER के महानिदेशक ने किया। यह किसी भी राष्ट्राध्यक्ष या सरकार के प्रमुख द्वारा ITER का पहला दौरा था – जो आज दुनिया की सबसे महत्वाकांक्षी संलयन ऊर्जा परियोजनाओं में से एक है।दोनों नेताओं ने परियोजना पर काम कर रहे ITER इंजीनियरों और वैज्ञानिकों के समर्पण की भी सराहना की।भारत पिछले दो दशकों में इस परियोजना में योगदान देने वाले सात ITER सदस्यों में से एक है।
वही पीएम मोदी और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने आज सुबह मार्सिले में मजारग्यूज युद्ध कब्रिस्तान का भी दौरा किया और प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपनी जान गंवाने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। दोनों नेताओं ने शहीदों के बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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पीएम मोदी ने मार्सिले पहुंचे के बाद एक्स पर लिखा, ‘मैं मार्सिले में उतर गया हूं। भारत की आजादी की चाह में इस शहर का खास महत्व है। यहीं पर महान वीर सावरकर ने साहसी पलायन की कोशिश की। मैं मार्सिले के लोगों और उस वक्त के फ्रांसीसी कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने ये मांग की कि उन्हें ब्रिटिश हिरासत में नहीं सौंपा जाए।वीर सावरकर की वीरता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।मजारग्यूज युद्ध कब्रिस्तान यूरोप में शांति के लिए लड़ने वाले भारतीय सैनिकों की वीरता और बलिदान के इतिहास को संरक्षित करता है। उनकी गाथा कई लोगों को प्रेरित करती है।
