उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज कहा, “मानव संसाधन की अपरिहार्यता एक मिथक है। यह विचार कि ‘चीजें बिना आपके नहीं चल सकतीं’ सही नहीं है। भगवान ने पहले ही आपकी उम्र की सीमा तय कर दी है, तो यह भी तय कर लिया है कि आप अपरिहार्य कैसे हो सकते हैं।” युवाओं को स्वयं […]
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