: युवाओं के इस ग्रुप में ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर शामिल है। ये युवा केरल के वायनाड में भूस्खलन हादसे के बाद आई तबाही के बीच देवदूत बनकर उभरे हैं। हादसे के बाद ये युवा, लोगों को सुरक्षित बचाने के लिए की जा रही कोशिशों का हिस्सा बने। पिछले 10 दिनों से ये दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। ये युवा करुण्या रेस्क्यू एंड पल्स इमरजें

Uttarakhand: केदारनाथ में भूस्खलन से 3 ट्रैकर की मौत, 8 घायल