Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद नगर निगम ने आवारा कुत्तों की पहचान और देखभाल के लिए एक महत्वाकांक्षी माइक्रो-चिपिंग अभियान शुरू किया है। उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देशों के तहत, इसका उद्देश्य शहर के आवारा कुत्तों के स्वास्थ्य, टीकाकरण और नसबंदी की स्थिति पर नजर रखने के लिए एक डिजिटल डेटाबेस तैयार करना है।
Read Also: दिल्ली पुलिस ने मारिजुआना सप्लाई रैकेट का किया भंडाफोड़, 51 किलो गांजा के साथ 4 गिरफ्तार
हाल ही में नगर आयुक्त की अध्यक्षता में हुई पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी) निगरानी समिति की बैठक में इस पहल को मंजूरी दी गई। बैठक में पूरे शहर में टीकाकरण और नसबंदी की प्रक्रिया तेज करने का भी फैसला लिया गया। उप-मुख्य पशु चिकित्सा और कल्याण अधिकारी, डॉ. अनुज सिंह ने बताया कि इस परियोजना की निविदा प्रक्रिया चार दिन पहले पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा, माइक्रो चिप्स की मदद से हम आवारा कुत्तों की सही संख्या जान पाएंगे, उनके वार्षिक टीकाकरण और नसबंदी पर नजर रख पाएंगे और यह भी पता चलेगा कि कुत्ता किस स्थान से पकड़ा गया था। यह कुत्तों के लिए आधार कार्ड जैसा होगा। Uttar Pradesh
Read Also: Madhya Pradesh: 5 करोड़ रुपये से ज्यादा के मादक पदार्थ और रसायन जब्त, 2 लोग गिरफ्तार
माइक्रोचिप एक साधारण, गैर-सर्जिकल प्रक्रिया से कुत्ते के शरीर में डाली जाती है। इसमें सभी जरूरी डेटा स्टोर रहेगा। एक विशेष स्कैनर से चिप को पढ़ने पर कुत्ते का मेडिकल इतिहास और अन्य जरूरी जानकारी तुरंत मिल जाएगी। Uttar Pradesh