Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार 22 दिसंबर को प्रशासन के उत्खनन अभियान के दौरान एक प्राचीन बावड़ी मिली। इसकी खोज चंदौसी के लक्ष्मण गंज इलाके में हुई थी। तीन मंजिला बावड़ी के किनारे चार कमरे मिले। जिला मजिस्ट्रेट की मिली शिकायत के आधार पर खुदाई का आदेश दिया गया था। चंदौसी में मिली ये बावड़ी काफी पुरानी है। दावा किया गया है कि ये बावड़ी 1857 की है।
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माना जा रहा है कि 2010 के मई महीने में संभल के लक्ष्मणगंज में स्थित प्राचीन बांके बिहारी मंदिर में धर्म विशेष के लोगों ने तोड़फोड़ की थी। यह तोड़फोड़ ऐसी थी कि आज भी 14 साल बाद भी उसके निशान हैं। मंदिर में गौरी पट्टा है, लेकिन उस पर शिवलिंग नहीं है। यहां पर कई टाइल्स पर भगवान के चित्र टूट गए हैं। माना जाता है कि ये चित्र 14 साल पहले पत्थरों से तोड़ दिए गए थे। Uttar Pradesh:
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बता दें, इस खुदाई के दौरान बांके बिहारी मंदिर और बावड़ी मिली है। शिकायत पर ही इस खुदाई कौशल का उपयोग किया जा रहा है। हाल ही में संभल के खग्गू सराय क्षेत्र में एक प्राचीन कार्तिकेय मंदिर मिला। मंदिर के कपाट 46 साल बाद खोले गए। बीते 14 दिसंबर को डीएम और एसपी ने प्राचीन कार्तिकेय मंदिर को बंद कर दिया। अब इस मंदिर पर बहुत से लोग आते हैं।