Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बस्ती में लगातार हो रही बारिश के कारण घाघरा नदी का पानी लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके चलते नदी किनारे बसे गांवों में कटान की समस्या तेज हो गई है। कई गांवों के खेत और घर अब तक नदी में समा चुके हैं।
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बता दें, इस समय नदी खतरे के निशान से 0.09 मीटर ऊपर बह रही है, हाल ही में 2.25 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से स्थिति और खराब हो गई है। इस उफान के कारण नदी में तेजी से कटाव हो रहा है, जिससे आस-पास के लोगों के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है। डीएम रवीश गुप्ता ने कटान तेज होने की बात स्वीकार करते हुए इसके लिए जल स्तर में उतार-चढ़ाव को जिम्मेदार बताया। उन्होंने बताया कि प्रभावित लोगों के लिए बाढ़ आश्रय स्थल स्थापित किए गए हैं। बाढ़ की वजह से हजारों एकड़ खड़ी फसल नष्ट हो गई है।
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डीएम रवीश गुप्ता ने बताया कि दक्षिणी सीमा पर सरजू नदी के द्वारा वर्तमान में उसका जलस्तर घट और बढ़ रहा है जिसके कारण कटान की समस्या आ रही है। हाल ही में आबादी के क्षेत्र में भी ये नदी जा रही थी जिसके कारण कटान हो रही थी। इस विषय में जिनके आवास प्रभावित हुए है उनको तत्काल बाढ़ आश्रय स्थल में राज्य प्रशासन द्वारा भेजा गया है और उन्हें राहत के राशन के कीट दिए गए हैं। साथ ही जो लोग प्रभावित हुए हैं या आगे प्रभावित होंगे। उनके विषय में अस्थायी आवासीय पट्टे का आवंटन भी तहसील द्वारा किया जा चुका है।