Earths Inner Core: धरती के गर्भ में होने वाली घटनाओं को वैज्ञानिक सही प्रकार से नहीं समझ सके है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि धरती का आंतरिक कोर (Inner Core) अपने आकार में बदलाव कर रहा है.यह खोज हमारे 24 घंटे के दिन की लंबाई, धरती के चुंबकीय क्षेत्र और अन्य भूगर्भीय प्रक्रियाओं पर असर डाल सकती है।
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पृथ्वी के भूगर्भ में आए दिन आमूल परिवर्तन होते रहते है।कभी -कभी भूगर्भ में होने वाले परिवर्तन से भूकंप भी आ जाते है।हाल में पृथ्वी को लेकर वैज्ञानिकों ने चौकाने वाला खुलासा करके बताया कि धरती के अंदर होने वाला परिवर्तन न केवल पृथ्वी पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा बल्कि धरती के दिन की लंबाई और चुंबकीय क्षेत्र पर भी असर पड़ सकता है।अगर वैज्ञानिकों को धरती की आंतरिक संरचना को समझने में सफलता मिलती है तब ये खोज मील का पत्थर साबित होगी । इससे भविष्य में हमारे ग्रह के बारे में नई जानकारियां प्राप्त हो सकेगी।
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क्या धरती के अंदर कुछ बड़ा बदलाव होने वाला है। वैज्ञानिकों ने इसको लेकर सनसनीखेज खुलासा किया है और कहा कि आंतरिक कोर अपने आकार में परिवर्तन कर रहा है, जिससे धरती के घूर्णन पर असर पड़ सकता है और दिन की लंबाई कम हो सकती है।वैज्ञानिक इस बारे में अध्ययन को और आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये बदलाव कितना महत्वपूर्ण और स्थायी हो सकता है।