पाइपलाइन लीक का पता लगाने के लिए रुड़की के स्टार्टअप ने AI-संचालित स्वदेशी उपकरण किया विकसित

Roorkee

रुड़की के एक स्टार्टअप ने पाइपलाइन लीक का पता लगाने के लिए AI-संचालित स्वदेशी उपकरण विकसित किया है। एक AI-संचालित उपकरण जो पाइपलाइन लीक का पता लगाने का दावा करता है। यह ‘लीकसेंस’ है, जिसे रुड़की स्थित स्टार्टअप i-Spock ने विकसित किया है। Roorkee

डेवलपर्स का कहना है कि यह एक पूर्णतः स्वदेशी समाधान है जो 220 मीटर तक की सटीकता के साथ पाइपलाइन में लीक का पता लगा सकता है और कुछ ही सेकंड में ऑपरेटरों को अलर्ट भेज सकता है। यह प्रणाली पाइपलाइन में लीक होने पर उत्पन्न होने वाली नकारात्मक दबाव तरंगों का पता लगाकर काम करती है। Roorkee

Read Also: त्रिपुरा: मोहनपुर में आदिवासी महिला की डायन बताकर हत्या के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार

हालाँकि हर दबाव में गिरावट लीकेज के कारण नहीं होती, स्टार्टअप का दावा है कि AI मॉडल इतना स्मार्ट है कि हवा के बुलबुले, परिचालन परिवर्तनों या वास्तविक लीक के कारण होने वाली गिरावटों में अंतर कर सकता है। इस परियोजना को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड से सीड फंडिंग मिली है।

स्टार्टअप i-Spock का कहना है कि वह अब इस उत्पाद को बेहतर बनाने पर काम कर रहा है ताकि यह ड्रिलिंग या छेड़छाड़ की गतिविधियों का भी पता लगा सके और लीक होने से पहले ही उन्हें रोक सके। स्टार्टअप ने अपने इस नवाचार के लिए पेटेंट के लिए आवेदन किया है, जो फिलहाल लंबित है। Roorkee

Top Hindi NewsLatest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi FacebookDelhi twitter and Also Haryana FacebookHaryana Twitter

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *