विलुप्त होने की कगार पर पहुंची गिद्ध प्रजाति के संरक्षण के लिए भोपाल में बने केरवा गिद्ध प्रजनन केन्द्र से बुधवार को पहली बार 6 गिद्धों को GPS ट्रैकर लगाकर उनके प्राकृतिक आवास ‘हलाली डेम के वन क्षेत्र’ में छोड़ा गया है। इसकी जानकारी खुद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर की है।
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आपको बता दें, मध्य प्रदेश में भोपाल के केरवा गिद्ध प्रजनन केन्द्र से छोड़े गए इन सभी 6 गिद्धों पर सोलर पावर्ड GPS-GSM ट्रैकर (Ornitrack-25) फिट किए गए हैं, ताकि उनकी दिनचर्या, हर हरकत, सुरक्षा और लोकेशन का पता लग सके। ये गिद्ध सफेद पीठ और लंबी चोंच वाले हैं। खुले आसमान में छोड़ने से पहले 8 अप्रैल 2025 को इन सभी गिद्धों की मेडिकल जांच और मॉर्फोमेट्री की गई थी।
CM मोहन यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर इसकी जानकारी शेयर करते हुए पोस्ट कर लिखा कि, “मध्यप्रदेश में गिद्ध संरक्षण को नई दिशा…भोपाल स्थित केरवा गिद्ध प्रजनन केन्द्र से 6 गिद्धों को कल पहली बार प्राकृतिक वातावरण में छोड़ा गया। उक्त गिद्धों पर GPS ट्रैकर लगाए गए हैं, जिससे उनके आवागमन, व्यवहार एवं सुरक्षा की सतत निगरानी सुनिश्चित की जा सके।
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गिद्ध पारिस्थितिकी तंत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनका संरक्षण न केवल जैव विविधता की रक्षा हेतु आवश्यक है, अपितु पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने की दृष्टि से भी अनिवार्य है। राज्य शासन द्वारा गिद्धों सहित अन्य संकटग्रस्त प्रजातियों के संरक्षण हेतु सतत प्रयास किए जा रहे हैं।”