नई दिल्ली (प्रदीप कुमार की रिपोर्ट)– रक्षा मंत्रालय अक्टूबर में नई एयर डिफेंस कमांड की घोषणा कर सकता है। एयर डिफेंस कमांड का गठन भारतीय वायुसेना के मध्य कमान मुख्यालय के साथ किया जाना प्रस्तावित है,जो आगरा, ग्वालियर और बरेली सहित महत्वपूर्ण एयरबेस को नियंत्रित करता है।
Defence Ministry working to announce new air defence command by October
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— ANI Digital (@ani_digital) August 27, 2020
चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर जारी गतिरोध के बीच रक्षा मंत्रालय बड़ा कदम उठाने जा रहा है। डिपोर्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स ने सशस्त्र बलों के पुनर्गठन की प्रक्रिया तेज कर दी है। इसकी वजह प्रयागराज में अक्टूबर माह के दूसरे सप्ताह में भारतीय वायु सेना (IAF) के तहत नई एयर डिफेंस कमांड (Air defence Command)स्थापित की जा सकती है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक वायु सेना अधिकारी के निर्देशन में कमांड की संरचना तैयार करने के लिए काम तेज कर दिया गया है और 8 अक्टूबर को एयरफोर्स डे के आसपास प्रयागराज में एयर डिफेंस कमांड की स्थापना की घोषणा की जा सकती है।
एयर डिफेंस कमांड का गठन भारतीय वायुसेना के मध्य कमान मुख्यालय के साथ किया जाना प्रस्तावित है, जो आगरा, ग्वालियर और बरेली सहित महत्वपूर्ण एयरबेस को नियंत्रित करता है।इसका उद्देश्य तीनो सेनाओं के संसाधनों को एक कमांड के तहत संयोजित करना और इसे देश के एयरस्पेस की सुरक्षा के लिए सक्रिय करना है. इस बारे में IAF के वाइस चीफ एयर मार्शल एचएस अरोड़ा ने एक अध्ययन किया था उन्होंने ही तीनों सेनाओं को मिलाकर नया डिफेंस कमांड बनाने का सुझाव दिया था।
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सैन्य मामलों के विभाग ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ सीडीएस जनरल बिपिन रावत के तहत थिएटर कमांड के साथ संयुक्त सैन्य कमांड बनाने के लिए आदेश दिया था। इसके अलावा सीडीएस संयुक्त समुद्री कमांड के निर्माण पर भी काम कर रहा है। इसकी स्थापना केरल के कोच्चि या करवार में की जा सकती है।
प्रत्येक सेना का अपना खुद का एयर डिफेंस सेट-अप है। एयर डिफेंस कमांड, वायु सेना, थल सेना और नौसेना की वायु रक्षा संसाधनों को एकीकृत करेगा और संयुक्त रूप से देश के वायुक्षेत्र की सुरक्षा करेगा। इसके साथ ही किसी भी कमांड को संचालित करने के लिए थ्री-स्टार पर कोई अतिरिक्त पद का सृजन नहीं होगा और इसे मौजूदा संसाधनों से ही इसे तैयार किया जाएगा।