Virendra Sachdeva on Kejriwal: दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सोमवार को कहा कि आम आदमी पार्टी (एएपी) चीफ अरविंद केजरीवाल का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला “मजबूरी” में लिया गया था, न कि नैतिकता के आधार पर है।
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केजरीवाल ने मजबूरी को मर्यादा का नाम देने की कोशिश की – सचदेवा ने ये भी आरोप लगाया कि केजरीवाल के शासन में दिल्ली सरकार का ऐसा कोई भी विभाग नहीं, जिसमें भ्रष्टाचार न हुआ हो।वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने जिन बंदिशों की तरफ इशारा किया था, उसमें साफ-साफ कहा था कि भ्रष्टाचार मुख्यमंत्री अपने दफ्तर नहीं जा सकता, किसी फाइल पर साइन नहीं कर सकता था तो अरविंद केजरीवाल के पास चारा क्या था? तो केजरीवाल ने उस मजबूरी को मर्यादा का नाम देने की कोशिश की है लेकिन दिल्ली की जनता इस सच को समझती है।”
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जल भराव के कारण मर गया- उन्होंने कहा, “मैं अरविंद केजरीवाल को चुनौती देता हूं कि आप कह रहे हैं न कि जनता के बीच जाएंगे तो चलिए मेरे साथ उन घरों में चलते हैं, जिनके चिराग बुझ गए, आप तो पटाखे चला रहे थे। लेकिन जो बच्चे भ्रष्टाचार के कारण, नालों की सफाई न होने के कारण, जल भराव के कारण मर गए। है उनके घरों में जाने की हिम्मत अरविंद केजरीवाल के पास। पिछले 10 सालों में जल बोर्ड हो, शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो या नकली दवाईं हों, कोई विभाग नहीं छोड़ा, जिसमें आपने भ्रष्टाचार न किया हो।”
