Congress on BJP: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के लिए आपत्तिजनक और हिंसक भाषा का इस्तेमाल करने पर कांग्रेस ने भाजपा एवं उसके सहयोगी दल के नेताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन ने बुधवार सुबह नई दिल्ली के तुगलक रोड थाने में केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू समेत चार नेताओं के खिलाफ शिकायत दी।
Read also-राहुल गांधी के खिलाफ ‘जान का खतरा’ वाली टिप्पणी साफ साजिश है, जो प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की जानकारी में है
शिकायत देने के बाद मीडिया से बातचीत में अजय माकन ने कहा कि, भाजपा नेता ने राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि राहुल जी, संभल जाओ नहीं तो आपका भी वही हाल होगा, जो आपकी दादी का हुआ था। राहुल गांधी की दादी स्व. इंदिरा गांधी और पिता स्व. राजीव गांधी ने देश के लिए शहादत दी। इंदिरा गांधी ने अपनी सीने पर 34 गोलियां खाई थीं और शहीद हुई थीं। राजीव गांधी ने शांति समझौता किया था, इस वजह से उनके शरीर के चिथड़े उड़ा दिए गए। राहुल गांधी के परिवार के बलिदान के बावजूद आज उन्हें भाजपा नेता धमकी दे रहे हैं। भारत में राजनीति इससे ज्यादा निचले स्तर पर नहीं गिर सकती।
Read also-जम्मू कश्मीर में मतदान के बीच बोले उमर अब्दुल्ला – SC के आदेश से हो रहे हैं चुनाव
माकन ने कहा, भाजपा के एक नेता ने नहीं, बल्कि कई नेताओं ने ऐसी बातें कहीं, लेकिन भाजपा ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद भाजपा के सहयोगी दल के नेता ने कहा कि जो राहुल गांधी की जुबान काटेगा उसको 11 लाख रुपये मिलेंगे। इन नेताओं को राहुल गांधी की आवाज पसंद नहीं है, क्योंकि राहुल गांधी एससी, एसटी,ओबीसी और अल्पसंख्यकों की बात करते हैं। संविधान को बचाने की बात करते हैं।
माकन ने कहा कि एक केंद्रीय मंत्री (रवनीत सिंह बिट्टू) ने राहुल गांधी को इसलिए आतंकवादी कह दिया। क्योंकि राहुल गांधी जो बातें बोल रहे हैं, वह उनको पसंद नहीं हैं। यही वजह है कि वे धमकी दे रहे हैं। लेकिन कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है। आज कांग्रेस ने इन नेताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की है। इनके ऊपर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
माकन ने कहा, राहुल गांधी को धमकी देने वाले चार लोगों के खिलाफ शिकायत की गई है। उनमें से एक दिल्ली के पूर्व विधायक हैं और भाजपा के नेता हैं, दूसरे शिवसेना-शिंदे गुट से महाराष्ट्र के विधायक हैं, तीसरे केंद्र सरकार में मंत्री हैं और चौथे यूपी से मंत्री हैं। इन चारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।