नई दिल्ली (अनमोल कुमार की रिपोर्ट)– एक तरफ कोरोना का डंक लोगों के लिए एक बड़ी परेशानी बना हुआ है। वहीं कोरोना संक्रमण के चलते लोगों के रोजगार और व्यापार धंधे ठप्प हो चुके हैं। ऐसे में महंगाई भी लोगों की कमर तोड़ने लगी है, सब्जियों का भाव एक बार फिर आसमान छूने लगे हैं। जहां देश मे अनलॉक के बाद से ही सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं, वहीं मॉनसून की बारिश ने भावो में और तेजी कर दी है,भाव बढ़ने से आम लोगों की रसोई से सब्जियां कम होने लगी है। यहां तक कि रोजमर्रा की जरूरत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले आलू की कीमत भी कई गुना बढ़ चुकी है, वहीं टमाटर और हरी सब्जियां भी काफी महंगी बिक रही है।
क्यों बढ़ रहे सब्जियों के दाम ?
बारिश के बाद मंडियों में सब्जिया कम पहुंच रही हैं, जिसके चलते व्यापारियों का भी कारोबार प्रभावित हो रहा है,और महंगाई भी बढ़ रही है।जिसकी सीधी मार आम आदमी झेल रहा है। मंडी में आढ़तियों का कहना है कि आवक कम होने का प्रमुख कारण कई राज्यों में भारी बारिश का होना है, जिसके चलते सब्जियों की फसल खराब हो गई और इसके साथ ही कई रास्ते बंद होने के कारण भी सब्जियां ट्रकों में खराब हुई हैं।
आलू, टमाटर, प्याज और धनिया ने रुलाया !
मंडी में आलू की कीमत लगभग 25 रुपये प्रतिकिलो तक पहुंच गयी है। वहीं लोगो के घर तक रिटेल में आलू 40 रुपये किलो तक बेचा जा रहा है। वहीं आलू के बाद अब टमाटर व प्याज के दाम भी तेजी से बढ़ रहे हैं और धनिया 200 के भी पार बेचा जा रहा है। सब्जियों के दाम बढ़ने से लोग काफी परेशान हो चुके हैं लोगों का बजट पूरी तरीके से बिगड़ रहा है। कोरोना के कहर के चलते एक तरफ लोगों के पास आमदनी के जरिए पूरी तरीके से ठप है दूसरी तरफ लगातार महंगाई की मार लोगों को परेशान कर रही है।
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लोग आंखों में आंसू लिए सुबह ही मंडी पहुंच रहे हैं की शायद सब्जी कुछ सस्ती मिल जाए वहीं कुछ लोगों का मानना यह भी है कि इसमें मुनाफाखोरी भी रेट बढ़ने की एक बड़ी वजह है। अब लोगों को केवल आस है कि महंगाई से जल्द ही कुछ राहत मिले, ताकि लोग अपनी जिंदगी को सही से जी सकें और खाली से सब्जी कम न करना पड़े।
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