Karnataka: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर पर की गई हालिया टिप्पणी के विरोध में दलित संगठनों के बुलाए बंद के बाद मंगलवार 24 दिसंबर को कलबुर्गी में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस ने पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की है। Karnataka:
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पुलिस के अनुसार, कलबुर्गी शहर पूरी तरह बंद है और यातायात बाधित है क्योंकि बसें, ऑटो रिक्शा और टैक्सियां नहीं चल रही हैं। विभिन्न दलित संगठनों के बुलाए बंद के बाद दुकानें भी बंद हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा आंबेडकर पर दिए गए बयान की निंदा करते हुए विभिन्न दलित संगठनों के बंद का आह्वान किए जाने के बाद कलबुर्गी में बंद का आयोजन किया जा रहा है। हमने बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति शांति बनी हुई है और सब कुछ नियंत्रण में है।’’
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प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए और उन्होंने बस स्टैंड, एसवीपी सर्किल, जगत सर्किल, खरगे सर्किल, राम मंदिर सर्किल, हुमांबाद रिंग रोड पर टायर जलाए। बीजेपी और अमित शाह के खिलाफ नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय गृहमंत्री के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की और कहा कि वे गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दें। गंज क्षेत्र के नागरेश्वर स्कूल से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक एक विशाल विरोध मार्च भी आयोजित किया गया है। शाह ने राज्यसभा में विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा था, ‘‘अभी एक फैशन हो गया है – आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।
