BPSC Protest : बिहार के पटना में पिछले 12 दिनों से BPSC 70वीं की संयुक्त परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है. BPSC छात्रों ने रविवार यानी 29 की शाम छात्रों ने सीएम आवास पहुंचने की कोशिश की लेकिन रात 8 बजे पटना की पुलिस ने छात्रों के सीएम आवास पर जाने के रोकने के लिए वाटर कैनन का प्रयोग किया और साथ ही लाठीचार्ज किया. हालाकि ये सब करने के बाद भी छात्र नही मानें और री- एग्जाम कराने की मांग और तेज कर दी.
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छात्रों ने चक्का जाम और बिहार बंद करने का किया ऐलान- आपको बता दें कि कल यानी 29 दिसंबर को छात्रों ने CM नीतिश कुमार को ज्ञापन देने के लिए सीएम आवास पर जाना कोशिश कर रहे थे लेकिन पटना पुलिस ने रास्ता रोक लिया. कुछ देर बाद छात्रों और पुलिस की झड़प हो गई. प्रदर्शनकारी छात्र नहीं रुके और वे बैरिकेड्स को तोड़ते हुए आगे बढ़ते रहे. आखिर में जब वे जेपी गोलंबर पहुंचे तो पुलिस ने उनपर पानी की बौछारें कर दीं.
इस दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज भी किया और फिर उन्हें जेपी गोलंबर से उन्हें हटा दिया गया है. छात्रों पर पुलिस के बल प्रयोग को लेकर विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है. इस बीच AISA ने BPSC री-एग्जाम को लेकर आज 30 दिसंबर को बिहार बंद और चक्का जाम का ऐलान किया है. सीपीआई ने भी इस आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की है
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छात्र ने लगाए ये बड़े आरोप- छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अन्य सेंटर्स पर भी कई अनियमितताएं थीं. किसी में भी CCTV कैमरे भी नहीं चल रहे थे.कुछ छात्रों का कहना हैं कि कोचिंग सेटरों के मॉडल प्रशन पत्रों औरबीपीएससी परीक्षा के प्रश्नपत्र में काफी समानताएं थीं साथ ही कुछ का कहना है कि पुलिस भर्ती परीक्षा के स्तर का प्रश्न पत्र बीपीएससी की परीक्षा में दिया गया था. हालांकि बीपीएससी ने इन सभी आरोपों को निराधार बताया और कहा कि अगर परीक्षा आसान थी तो कटऑफ ज्यादा जाएगी और इसमें चिंतित होने की जरूरत नहीं हैं.
