Cong-SP on Mahakumbh: विपक्ष ने महाकुंभ में भगदड़ के हालात को लेकर बुधवार यानी की आज 29 जनवरी को राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि इस घटना के लिए कुप्रबंधन, वीआईपी मूवमेंट और आधी- अधूरी व्यवस्था जिम्मेदार है।
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बता दें, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि महाकुंभ के दौरान, तीर्थराज संगम के तट पर हुई भगदड़ से कई लोगों की जान गई है और अनेकों लोगों के घायल होने का समाचार बेहद हृदयविदारक है। उन्होंने कहा, “श्रद्धालुओं के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं और घायलों की जल्द स्वास्थ्य लाभ की हम कामना करते हैं।” खरगे ने दावा किया कि आधी अधूरी व्यवस्था, वीआईपी मूवमेंट, प्रबंधन से ज्यादा स्व-प्रचार पर ध्यान देना और बदइंतजामी इसके लिए जिम्मेदार है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हजारों करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद ऐसी व्यवस्था होना निंदनीय है। अभी कई महत्वपूर्ण शाही स्नान बचे हैं। केंद्र और राज्य सरकारों को अब चेत जाना चाहिए और व्यवस्था को सुधारना चाहिए ताकि आगे ऐसी अप्रिय घटनाएं न हों। मल्लिकार्जुन खरगे के अनुसार, श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन, प्राथमिक चिकित्सा और मूवमेंट आदि की व्यवस्था में विस्तार करना चाहिए और वीआईपी मूवमेंट पर लगाम लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यही हमारे साधु संत भी चाहते हैं। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के हमारे कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि पीड़ितों को हर संभव मदद करें।”
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि “प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के कारण कई लोगों के मौत और कइयों के घायल होने की खबर” अत्यंत दुखद है। उन्होंने कहा कि शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस दुखद घटना के लिए कुप्रबंधन, बदइंतजामी और आम श्रद्धालुओं की जगह वीआईपी मूवमेंट पर प्रशासन का विशेष ध्यान होना जिम्मेदार है। राहुल गांधी ने कहा, “अभी महाकुंभ का काफी समय बचा हुआ है, कई और महास्नान होने हैं। आज जैसी दुखद घटना आगे न हो, इसके लिए सरकार को व्यवस्था में सुधार करना चाहिए। वीआईपी संस्कृति पर लगाम लगनी चाहिए और सरकार को आम श्रद्धालुओं की जरूरतों की पूर्ति के लिए बेहतर इंतजाम करने चाहिए।” उन्होंने कहा, “कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से अनुरोध करता हूं कि पीड़ित परिवारों की मदद करें।”
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी घटना पर दुख जताया। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा “ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।” उन्होंने अपने व्हाट्सएप चैनल पर एक पोस्ट में कहा कि कुंभ क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालु लगातार अव्यवस्था की शिकायत कर रहे थे, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया और प्रशासनिक लापरवाही बरती गई। प्रियंका गांधी ने सरकार से घायलों को हवाई एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाने और उनके तत्काल इलाज की व्यवस्था करने की अपील की। उन्होंने कहा, “मृतकों की पहचान कर शव उनके परिजनों के पास भेजा जाना चाहिए और श्रद्धालुओं की सुविधा को सर्वोपरि रखते हुए तत्काल व्यवस्था की जानी चाहिए। श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे धैर्य और शांति के साथ स्नान करें।” उन्होंने कहा, “मां गंगा सभी की रक्षा करें।”
वहीं, समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “महाकुंभ में आए संत समाज और श्रद्धालुओं में व्यवस्था के प्रति पुनर्विश्वास जगाने के लिए ये आवश्यक है कि उप्र शासन-प्रशासन के स्थान पर महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए।” उन्होंने कहा, “विश्वस्तरीय व्यवस्था करने वाले दावों की सच्चाई अब जब सबके सामने आ गई है, तो जो लोग इसका दावा और मिथ्या प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस हादसे में लोगों के हताहत होने की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए।” इससे पहले ‘एक्स’ पर ही दूसरी पोस्ट में अखिलेश यादव ने कहा, “महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है।” उन्होंने इसी संदेश में आगे कहा, “हमारी सरकार से अपील है कि गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए।
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मृतकों के शवों को चिन्हित करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए। जो लोग बिछड़ गए हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित प्रयास किए जाएं। हेलीकाप्टर का इस्तेमाल करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए।” उन्होंने कहा, “सतयुग से चली आ रही ‘शाही स्नान’ की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच ‘मौनी अमावस्या के शाही स्नान’ को संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए।” बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने भी महाकुंभ में मची भगदड़ पर दुख व्यक्त करते हुए ‘एक्स’ पर कहा, “प्रयागराज की संगम स्थली पर, महाकुंभ में हुई भगदड़ में, श्रद्धालुओं का घायल होना, उनकी जान जाना अति-दुःखद और चिंतनीय है। ऐसे समय में पीड़ितों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति मिले, पार्टी की यही कामना है।”
