नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को कम करने के मकसद से चतुष्कोणीय गठबंधन क्वाड के विदेश मंत्री आज जापान की राजधानी टोक्यो में कूटनीतिक वार्ता कर रहे हैं। ‘क्वाड’ नाम के इस चतुर्भुजीय संगठन में हिंद-प्रशांत क्षेत्र इंडो-पैसिफिक के चार देश भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बैठक में कहा कि भारत क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान और विवादों के शांतिपूर्ण हल के लिए प्रतिबद्धता जताता है।
यह संतोष की बात है कि हिंद-प्रशांत अवधारणा को तेजी से स्वीकृति मिली है। पिछले साल ईस्ट एशिया समिट में हमने इस पहल के बारे में चर्चा की थी, उस संबंध में अब काफी विकास हुआ है।
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विदेश मंत्री ने कहा कि, हम नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही कानून के शासन, पारदर्शिता, अंतरराष्ट्रीय समुद्रों में नेविगेशन की स्वतंत्रता, क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के लिए सम्मान और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भी अपनी प्रतिबद्धता जताते हैं।
बैठक के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा, ‘आज भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के साथ सकारात्मक बात हुई। हम साथ मिलकर अमेरिका-भारत संबंधों को नई ऊचाइयों पर लेकर जा रहे हैं, कोविड-19 से जंग लड़ रहे हैं और सबके लिए सुरक्षित व समृद्ध हिंद प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित कर रहे हैं।
भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट कर बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बैठक के दौरान एक-दूसरे के साथ संबंधों के द्विपक्षीय और वैश्विक आयाम पर चर्चा हुई।
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बताया गया है कि इस दौरान कोरोना से लड़ने के लिए देशों के बीच समन्वय बनाने पर भी जोर दिया गया है। जयशंकर ने कहा कि भारत कोरोना समेत दूसरी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए समाधान खोजने को तत्पर है।
इससे पहले, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने टोक्यो में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान भारत के विदेश मंत्री ने कहा, ‘इतने सारे क्षेत्रों में हमारी साझेदारी की प्रगति को देखकर प्रसन्नता हुई। भारत-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि के लिए मिलकर काम करेंगे।
पोम्पियो और जयशंकर के बीच फोन पर नियमित अंतराल पर बातचीत होती रहती है लेकिन चीन के साथ सीमा पर भारत के हालिया तनाव के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात रही।
क्वाड बैठक की घोषणाएं टोक्यो में नहीं की जाएंगी, बल्कि चारों मंत्रियों के अपने देश लौट कर अपने नेताओं से बातचीत करने के बाद होगी ताकि सही कदम निश्चित किया जा सके।
क्वॉड समूह को जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने प्रांत के मुख्य लोकतांत्रिक देशों द्वारा एक ऐसी पहल के रूप में काफी प्रोत्साहन दिया था जिसका उद्देश्य है चीन द्वारा तेजी से शक्ति प्रदर्शन के सामने अपने आपसी सहयोग को बढ़ाना।
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत के साथ इन दिनों चीन के कैसे संबंध बने हुए हैं ये किसी से छिपा नहीं है। बैठक में क्वॉड देशो के विदेश मंत्रियों ने कोरोना वायरस से निपटने के उपाय, समुद्री सुरक्षा और साइबर सुरक्षा पर अहम चर्चा की । क्वॉड की पहली बैठक पिछले साल न्यूयॉर्क में हुई थी और अब हर साल एक बैठक आयोजित करने की कोशिश की जा रही है।
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