Pahalgam Terror Attack: पहलगाम के बैसरन घाटी में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में मरने वालों में सैयद आदिल हुसैन एकमात्र स्थानीय निवासी थे।आदिल ने कथित तौर पर आतंकवादियों का सामना किया था और जान बचाने के लिए उनकी बंदूकें छीनने की कोशिश की लेकिन आतंकवादियों ने उन्हें भी गोली मार दी।लेकिन आदिल अकेले ऐसे शख्स नहीं थे जिन्होंने बहादुरी दिखाई। उनके चचेरे भाई, नजाकत अहमद शाह भी हमले के वक्त बैसरन में ही मौजूद थे। वे छत्तीसगढ़ से आए पर्यटकों के एक समूह को ले जा रहे थे, जब आतंकवादियों ने हमला किया।
नजाकत का कहना है कि यह पता लगाना मुश्किल था कि आतंकवादी कहां से गोलीबारी कर रहे थे, क्योंकि गोलियों की आवाज पहाड़ों में गूंज रही थी।नज़ाकत हर साल छत्तीसगढ़ जाते हैं, जहां वे तीन महीने तक कश्मीरी शॉल बेचते हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन कश्मीर की लाइफ लाइन है और उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले की जमकर निंदा की और आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।