Operation Kaveri:अफ्रीकी देश सूडान में पिछले कुछ दिनों से गृह युध्द चल रहा है। जिस कारण से वहां पर हजारों भारतीय नागरिक फंसे हैं। भारतीय को अपने वतन वापस लाने के लिए ऑपरेशन कावेरी चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन के तहत हिंसा प्रभावित सूडान से 360 भारतीयों का पहला जत्था बुधवार को सूडान से दिल्ली आ चुका है। भारतीयों को सूडान से बाहर निकालने के लिए सऊदी अरब ने भी मदद की है। सऊदी अरब वहां से कई भारतीयों को निकाल चुका है। ये पहला मौका नहीं है जब खाड़ी देश भारत की मदद कर रहा है। इससे पहले, ऑपरेशन राहत के तहत सऊदी ने भारत की मदद की थी।
ऑपरेशन राहत क्या है?
बात साल 2015 की तब सलमान को क्राउन प्रिंस घोषित किया था। उसी समय सलमान ने यमन में हूती विद्रोहियों के खिलाफ जंग छेड़ने का एलान कर दिया था। युद्ध के कारण भारत के अलावा यमन में कई देशों के नागरिक फंस गए थे। युद्धग्रस्त यमन से हजारों भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन राहत चलाया गया था।पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक किस्सा शेयर किया था। दरअसल, एक अप्रैल 2015 को ऑपरेशन राहत लॉन्च किया गया था। यमन में चारों तरफ बमबारी हो रही थी और हजारों भारतीयों की जान वहां फंसी हुई थी। भारतीय नागरिक लगातार मोदी सरकार से मदद की गुहार लगा रहे थे। यमन में फंसे भारतीयों को बाहर निकालने में तब पीएम मोदी की सऊदी किंग के साथ दोस्ती काम आई।
पीएम मोदी के एक फोन और सऊदी ने रोक दी जंग
पूर्व दिवंगत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने तब कहा था। कि पीएम पर हमेशा लोग सवाल उठाते हैं कि आखिर वो इतनी सारी विदेश यात्रा क्यूं करते हैं? तब सुषमा स्वराज ने बताया था कि झे याद था कि पीएम मोदी और सऊदी किंग के बीच अच्छी दोस्ती है। मैंने पीएम से कहा कि वह सऊदी किंग से सात दिनों के लिए जंग रोकने का अनुरोध करें, जिससे हम अपने नागरिकों को वहां से निकाल सकें। इस पर मोदी ने सऊदी किंग से फोन पर बात की।
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सुल्तान ने मोदी से कुछ समय मांगा। बाद में जब सऊदी किंग का फोन आया तो उन्होंने कहा कि हम सात दिन के लिए तो नहीं, लेकिन रोज दो घंटे के लिए बमबारी रोक सकते हैं और एक हफ्ते तक ऐसा कर सकते हैं। Operation Kaveri