Read also- Sushant Singh Rajput: फिल्म दिल बेचारा’ के पांच साल पूरे, अभिनेत्री संजना सांघी ने दिवंगत अभिनेता सुशांत को किया याद
हम्पी ने गुरूवार को सेमीफाइनल में चीन की टिंगजी लेई को टाईब्रेकर में हराकर जीत हासिल की जबकि देशमुख ने अंतिम-चार चरण के दूसरे गेम में पूर्व विश्व चैंपियन चीन की ही झोंगयी टैन को हराया।ग्रैंडमास्टर हम्पी विश्व महिला रैपिड टूर्नामेंट की विजेता थीं और हाल में महिला ग्रां प्री में भी संयुक्त रूप से प्रथम स्थान पर रहीं।उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उम्र सिर्फ एक संख्या है। पिछले कई वर्षों में उनका जज्बा और दृढ़ संकल्प जरा भी कम नहीं हुआ है।हम्पी ने कहा, ‘‘शतरंज प्रेमियों के लिए ये सबसे खुशी के पलों में से एक है क्योंकि अब खिताब निश्चित रूप से भारत के पास जाएगा। लेकिन निश्चित रूप से एक खिलाड़ी के रूप में कल का मैच भी काफी कठिन होगा। दिव्या ने इस पूरे टूर्नामेंट में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है।Chess World Cup
Read also- Rajya Sabha MP Oath: कमल हासन सहित तीन अन्य सांसदों ने ली राज्यसभा की सदस्यता की शपथ
हम्पी से आधी उम्र की अंतरराष्ट्रीय मास्टर देशमुख इस प्रतियोगिता में शीर्ष 10 में शामिल तीन खिलाड़ियों को हराकर उलटफेर कर चुकी हैं। उनका पहला शिकार चीन की दूसरी वरीयता प्राप्त जिनर झू थीं जिन्होंने डी हरिका को बाहर कर दिया था। नागपुर की 19 वर्षीय देशमुख ने सेमीफाइनल में चीन की पूर्व महिला विश्व चैंपियन झोंगयी टैन को हराया।उन्होंने फाइनल में पहुंचने के बाद कहा, ‘‘मुझे बस थोड़ी नींद और थोड़ा खाना चाहिए। इन दिनों मैं काफी चिंतित हूं। ’देशमुख ने अपनी सेमीफाइनल बाजी के बारे में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मैं और बेहतर खेल सकती थी। एक समय मैं जीत रही थी और फिर चीजें मुश्किल हो गई। मुझे लगता है कि मैंने बीच में गलती कर दी, वर्ना मुझे और भी आसान जीत मिल सकती थी।Chess World Cup
