Navratri: देशभर में इस समय शारदीय नवरात्रि की धूम मची हुई है। दिल्ली-NCR समेत देश के विभिन्न राज्यों एवं शहरों में माता रानी के भव्य पूजा पंडालों में भी पूजा-पाठ का आयोजन हो रहा है। मंदिरों के अलावा श्रद्धालु यहां भी बड़ी संख्या में हिस्सा ले रहे हैं। 22 सितंबर को शुरू हुआ यह नौ दिवसीय उत्सव 1 अक्टूबर को महानवमी के साथ समाप्त होगा। इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जा रही है। वहीं शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन आज माँ दुर्गा के तृतीय स्वरूप, माँ चंद्रघंटा, की पूजा की जा रही है। इस पावन अवसर पर देशभर के मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ रही है और मंदिर माता रानी के जयकारों से गुंजायमान हैं।
Read Also: बाढ़ के लिए डीवीसी और बिजली दुर्घटनाओं के लिए सीईएससी जिम्मेदार- ममता बनर्जी
आपको बता दें, नवरात्रि का तीसरा दिन मां दुर्गा देवी के तीसरे स्वरूप माँ चंद्रघंटा को समर्पित होता है। उनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र होने के कारण उन्हें यह नाम मिला। उन्हें देवी पार्वती का रौद्र रूप माना जाता है, जिन्होंने असुरों का संहार किया था। माता का यह रूप शांति और साहस का प्रतीक है। माँ चंद्रघंटा की पूजा करने से भक्तों को साहस, पराक्रम और निर्भयता प्राप्त होती है, साथ ही यश और कीर्ति में वृद्धि होती है। Navratri
आज की पूजा विधि और भोग Navratri
देशभर में नवरात्रि का पावन पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गा देवी के तीसरे स्वरूप माँ चंद्रघंटा को दूध से बनी मिठाइयों, खीर या शहद का भोग लगाया जाता है। पूजा में पीले या लाल रंग के फूल अर्पित करना शुभ माना जाता है। इस दिन पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व है, खासकर उन लोगों के लिए जो जीवन की मुश्किलों से लड़ रहे हैं और परेशान हैं। माँ चंद्रघंटा की पूजा-आराधना उन्हें सुख-समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है और जीवन में खुशहाली लाती है।
Top Hindi News, Latest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi Facebook, Delhi twitter and Also Haryana Facebook, Haryana Twitter