नई दिल्ली: कोरोना के बाद अब ओमिक्रॉन खतरनाक माना जा रहा है। भारत का चौथा ओमिक्रॉन केस मुंबई के पास मिला, दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था।
पिछले महीने के आखिर में दुबई और दिल्ली के रास्ते दक्षिण अफ्रीका से मुंबई की यात्रा करने वाले महाराष्ट्र के एक 33 वर्षीय व्यक्ति ने कोरोना के ओमिक्रॉन संस्करण के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है, भारत में इस तरह के चौथे मामले की पुष्टि की गई है।
भारत में तीसरा केस मिल गया है। कर्नाटक के बाद गुजरात के जामनगर में इस वेरिएंट से संक्रमित मरीज मिला है। गुजरात के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि संक्रमित शख्स जिम्बाब्वे से आया है।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के मुताबिक, संक्रमित की उम्र 72 वर्ष है। और इनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सैंपल को जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था।
गुजरात के हेल्थ कमिश्नर जय प्रकाश शिवहरे ने इस बात की पुष्टि की कि बुजुर्ग व्यक्ति कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हैं। ऐसा बताया गया है कि ओमिक्रॉन कोरोना का टीका ले चुके को भी मात दे सकता है।
हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न बताया है। देश में ओमिक्रॉन के वेरिएंट के अब तक कुल 3 मामले मिल चुके हैं। इससे पहल दो केस कर्नाटक में पाए गए हैं, जिनमें से एक मरीज पहले ही दुबई लौट चुका है, जबकि दूसरे मरीज का इलाज चल रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का बयान-
ओमिक्रॉन से सतर्क रहने की जरूरत है, डब्ल्यूएचओ ने यह कहा है कि यह वैरिएंट ऑफ कंसर्न है, अभी यह नहीं कहा है कि इसकी वजह से बहुत बड़ी आपदा आ गई है।
बाहर के देशों से जो भी फ्लाइट आ रही हैं, उससे आने वाले सभी यात्रियों का RTPCR टेस्ट किया जा रहा है, बिना टेस्ट किसी को नहीं जाने दिया जा रहा है।
कल तक दिल्ली में 12 सस्पेक्ट मरीज थे. सबके सैम्पल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भी भेजे जा रहे हैं। दिल्ली सरकार के दो जीनोम सिक्वेंसिंग लैब हैं, एक आईएलबीएस में और एक एलएनजेपी में. आज या कल में सस्पेक्ट्स की जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट आनी शुरू हो जाएगी।