नई दिल्ली(साहिल भांबरी): संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में किसान नेताओं ने 5 सदस्य केमटी का गठन किया है और केंद्र सरकार की पेशकश पर दिल्ली की अलग-अलग बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठन सरकार से बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं।
किसान नेताओं ने कहा कि SKM ने भारत सरकार से बात करने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई है। यह सरकार से बात करने के लिए अधिकृत निकाय होगा।
समिति में बलबीर सिंह राजेवाल पंजाब, शिव कुमार कक्का मध्य प्रदेश, गुरनाम सिंह चढूनी हरियाणा, युद्धवीर सिंह यूपी और अशोक धवले महाराष्ट्रा से होंगे। उन्होंने कहा कि किसान मोर्चा की अगली बैठक 7 दिसंबर को होगी।
उन्होंने कहा कि पांच सदस्यीय कमेटी अब आंदोलन की सरकार से रूपरेखा तैयार करेगी और जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी, ये आंदोलन जारी रहेगा।
आपको बता दें, पंजाब की 32 किसान जत्थेबंदियों के नेताओं की ओर से पहले भी कई बार आंदोलन खत्म कर घरों की ओर लौटने के बयान आ चुके हैं।
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पंजाब किसान जत्थेबंदियों के नेताओं के बयानों से वो अब सरकार के उठाए कदमों से संतुष्ठ नजर आते हैं, वहीं, किसान नेताओं ने कहा पहले तो एमएसपी पर कानून बनना चाहिए।
जिन किसानों पर मुकदमे दर्ज हैं उन किसानों के ऊपर से मुकदमे हटाए जाए। साथ ही मृतक किसानों के परिवार वालों को मुआवजा दिया जाए। वहीं, किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा किसान आंदोलन जारी रहेगा।
केंद्र सरकार ने एमएसपी और अन्य मुद्दों पर बातचीत के लिए किसान संगठनों से 5 सदस्यीय पैनल के लिए नाम मांगे थे और किसान नेताओं ने आज 5 सदस्य टीम का गठन किया है और जो अब सरकार से बातचीत करेंगे।
किसानों की नाराजगी को देखते हुए केंद्र सरकार ने 19 नवंबर को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था, इसके बाद सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र में बिल लाकर तीनों कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया था।