दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और असम मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा के बीच इन दिनों ट्विटर जंग जारी है। हालांकि राजनीति में जंग के उदहारण लगातार सुने जाते है लेकिन सीएम केजरीवाल और सीएम बिस्वा के बीच की जंग अलग ही उदाहरण पेश कर रही है। दोनों एक दूसरे पर हावी होते दिख रहें है। दरअसल भिड़त की वजह शिक्षा है।
इस भिड़त की शुरुआत तब हुई जब असम सरकार की तरफ से गुवाहटी में करीब 35 स्कूलों को बंद करने का नोटिस जारी किया गया। इन स्कूलों में साल 2022 में 10वीं क्लास में एक भी छात्र पास नहीं हुआ था। असम सरकार के इस फैसले पर अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर असम सरकार को सलाह दी उन्होंने कहा स्कूल बंद करने के बजाय उनमे सुधार किया जाना चाहिए था, इसका जवाब देते हुए हेमंत बिस्वा ने कहा कि असम सरकार ने 8610 स्कूल बनाए । दिल्ली सरकार ने पिछले 7 सालों में कितने स्कूल बनवाए ? आपको हमारे मेडिकल कॉलेज में ले जाऊंगा जो आपके मोहल्ला क्लिनिक से 1000 गुना बेहतर है।
बता दें ये ट्विटर जंग थमने का नाम नहीं ले रहीं है। दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर ट्वीट करते हुए असम जाने की मांग की है। उन्होंने हिमंत बिस्वा से सवाल पूछते हुए कहा है आपने मेरे प्रश्न का जवाब नहीं दिया “ आपके सरकारी स्कूल देखने कब आऊँ?” अगर स्कूल अच्छे नहीं हैं तो कोई बात नहीं। मिल के ठीक करेंगे ना।
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सीएम अरविंद केजरीवाल के असम स्कूल देखने की मांग पर कमान संभालते हुए हिमंत बिसवा ने पलटवार किया है। सीएम हिमंत बिस्वा ने कहा है आज आप असम आने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं ,मुझे दुख और अफ़सोस है कि आपकी ऐसी इच्छा तब नहीं जागती है, जब हमारे असम के लोग बाढ़ जैसी भीषण प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे होते हैं ! लेकिन आपको ये बता दूँ आपके उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जी को असम से निमंत्रण भेजा जा चूका है।