( सत्यम कुशवाह ), अंतरिम बजट 2024- केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश की नई संसद में गुरुवार को अंतरिम बजट पेश किया है। मोदी सरकार के इस अंतरिम बजट को लेकर वित्त मंत्री ने कहा कि यह नये भारत को देखकर पेश किया गया है और 2047 तक देश विकसित भारत बने, इस पर सरकार का फोकस है। वहीं विपक्ष इस अंतरिम बजट को लेकर सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम व समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार के इस अंतरिम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, “कोई भी बजट अगर विकास के लिए नहीं है और कोई भी विकास अगर जनता के लिए नहीं है तो वो व्यर्थ है। भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा करके एक शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया है, जो फिर कभी नहीं टूटेगा। क्योंकि अब सकारात्मक सरकार आने का समय हो गया है। ये भाजपा का ‘विदाई बजट’ है।”
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उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश अंतरिम बजट को लेकर तंज कसते हुए कहा कि, “यह अंतरिम बजट ऐसा था जैसे खोदा पहाड़ निकली चुहिया। बजट में स्वास्थ्य, सुरक्षा, युवाओं को लेकर कोई बड़ी स्कीम सामने नहीं आई, जिस तरह से यह माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले ये बजट पेश हो रहा है उसमें जनता के लिए लोक लुभावनी बातें सामने आएंगी लेकिन इसमें ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला। इसके साथ ही करन माहरा ने सवाल उठाते हुए कहा कि निर्मला सीतारमण ने संसद में कहा है कि जुलाई में सरकार आम बजट पेश करेगी लेकिन वे अभी से ऐसा कैसे कह सकती हैं कि उनकी ही सरकार केंद्र में आएगी।”
किसान नेता राकेश टिकैत ने इस अंतरिम बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, “आज नई संसद में पुराने ढर्रे पर पेश अंतरिम बजट केवल चुनावी ढकोसला है यह देश के किसानों,गरीबों युवा,आदिवासी,महिलाओं के साथ धोखा है भारतीय किसान यूनियन इस बजट को सिरे से नकारती है।”