Lok Sabha 2024:लोकसभा चुनाव से पहले हैदराबाद के लोगों ने अपनी समस्याओं के बारे में बताया और कहा हैदराबाद की शहरी सीमा का विस्तार, तेलंगाना के लिए चुनौती के रूप में उभर रहा है।विशेषज्ञों का कहना है कि शहर की बढ़ती आबादी इसके प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव डाल रही है। कभी शहर की लाइफलाइन कही जाने वाली मुसी नदी(Musi River) अब गंदे नाले में तब्दील हो चुकी है।विशेषज्ञों के मुताबिक, मुसी (Musi River) का सिकुड़ता कैचमेंट एरिया 2020 में हैदराबाद में आई बाढ़ का प्रमुख कारण था।हैदराबाद के सामने एक और बड़ी चुनौती पब्लिक ट्रांसपोर्ट ( Public Transport) सिस्टम की भी है।यहां के लोग हैदराबाद मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम परियोजना के चालू होने का इंतजार कर रहे हैं। इस प्रोजेक्ट को चालू करने की वकालत करने वाले लोगों का कहना है कि इसके बिना शहर ट्रैफिक जाम(Traffic Jam) से जूझता रहेगा।
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बी. वी. सुब्बा राव, टेक्निकल मेंबर एंड ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड ने ये कही बात
हम इंडस्ट्रियल वेस्ट वाटर को नदी में प्रवाहित करने की इजाजत दे रहे हैं, कमर्शियल वेस्ट वाटर को नदी में प्रवाहित करने की इजाजत दे रहे हैं और आज हमारे सामने नदी में प्रवाहित होने वाला डोमेस्टिक वेस्ट वाटर भी बड़ी चुनौती है।इन सबसे बढ़कर, हम मजे से सॉलिड वेस्ट और कंस्ट्रक्शन से निकलने वाला मलबा डंप कर रहे हैं।
तेलंगाना सरकार ने अब तक 279 करोड़ रुपये दिए हैं
रॉबिन जैकियस ने कहा मैंने कई आरटीआई दाखिल कीं। देरी की वजह और इस परियोजना को पूरा करने के लिए आवंटित धनराशि के बारे में पूछा, और मुझे बताया गया है कि इस परियोजना की लागत, अनुमानित लागत 816.55 करोड़ रुपये है, और तेलंगाना सरकार ने अब तक 279 करोड़ रुपये दिए हैं, लेकिन उसके बाद इन फंडों को आवंटित करने के बाद इस परियोजना को पूरा करने में देरी हुई है।”
(SOURCE PTI)