महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अजित पवार ने कराया अपनी ताकत का एहसास, चुनावी मुकाबले में चाचा शरद पवार को दी करारी मात

Ajit Pawar:

महाराष्ट्र की सियासत में महायुति के साथी अजित पवार लंबे वक्त से CM बनना चाहते हैं। 65 साल के अजित पवार ने 2019 से 3 बार उप-मुख्यमंत्री का पद संभाला है। 2014 से पहले उन्होंने कांग्रेस- NCP सरकार में भी 2 बार ये पद संभाला था। अजित पवार शरद पवार के बड़े भाई दिवंगत अनंतराव पवार के बेटे हैं। जब अजित केवल 18 साल के थे तब ही उनके पिता का निधन हो गया था। सियासत में अपने चाचा शरद पवार के साथ जुड़कर अजित पवार 1982 में राजनीति में आए। तब उन्होंने एक चीनी सहकारी समिति के निदेशकों के बोर्ड का चुनाव जीता था।

Read Also:शिवराज सिंह चौहान करेंगे लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ एक राष्ट्रीय अभियान, ‘नई चेतना 3.0 – पहल बदलाव’ का शुभारंभ

बता दें कि अजित पवार ने जब NCP तोड़ी थी तब उन पर मौकापरस्ती के आरोप लगे थे हालांकि, उन्होंने हर बार इन आरोपों को सिरे से खारिज किया। बारामती के विधानसभा चुनाव में अपनी जीत और सूबे में महायुति की बंपर जीत के बाद अजित पवार ने जनता का धन्यवाद अदा किया। 2019 के बाद से अजित पवार के सियासी सफर में कई मोड़ आए हैं। सबसे पहले वे BJP के साथ मिलकर देवेन्द्र फडणवीस की सरकार में उप मुख्यमंत्री बने लेकिन तीन दिन बाद ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद वह उद्धव ठाकरे की सरकार में भी उप मुख्यमंत्री रहे।

Read Also: डिजिटल जीवनशैली के साथ जोखिम, स्वास्थ्य शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता – उपराष्ट्रपति

अजित पवार ने उप-मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार सत्ता में तब वापसी की जब उन्होंने अपने चाचा शरद पवार से अलग होकर देवेन्द्र फडणवीस के साथदेवेन्द्र फडणवीस को समर्थन दिया। हायुति की जीत के बाद अजित पवार ने शिंदे सरकार की नीतियों की खूब तारीफ की। अजित पवार वाली NCP ने लोकसभा चुनाव में केवल एक सीट जीती थी। इससे उनके अलग होने के फैसले पर सवाल उठने लगे थे। लेकिन विधानसभा चुनाव में अजित पवार ने चाचा शरद पवार को अपनी ताकत का एहसास करा दिया है। अजित पवार ने अपने भतीजे युगेंद्र पवार को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराया है। योगेंद्र पवार को शरद पवार वाली NCP ने टिकट दिया था और शरद पवार ने उन्हें जिताने के लिए पूरी ताकत भी लगाई थी।

इसके साथ ही आपको बता दें कि अजित पवार ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर सारे आरोपों का जवाब दे दिया है। अजित पवार की इस जीत को महाराष्ट्र में बड़े सियासी बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि भतीजे ने चुनावी युद्ध में दिग्गज चाचा को करारी मात दे दी है।

Top Hindi NewsLatest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi FacebookDelhi twitter and Also Haryana FacebookHaryana Twitter

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *