Betul: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में हाल में कथित तौर पर कफ सिरप के कारण 11 बच्चों की मौत हुई थी। अब बैतूल जिले में दो और बच्चों की मौत की खबर आई है।आमला के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (बीएमओ) डॉ. अशोक नरवरे ने बताया, “दोनों बच्चे अलग-अलग गांव के हैं। एक बच्चे की मृत्यु नौ को और दूसरे बच्चे की मृत्यु 10 को हुई है।
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दोनों का इलाज अलग-अलग समय पर हुआ है। एक ही डॉक्टर के द्वारा। जैसा इन्होंने बताया कि डॉक्टर सोनी को इन्होंने दिखाया था। उसके पश्चात बच्चे की किडनी खराब हुई। जब बच्चा को परेशानी होने लगी तो उन्होंने दूसरे डॉक्टर्स को दिखाया था। उसके बाद बच्चे को भोपाल रेफर किया गया, लेकिन दोनों बच्चे की मृत्यु हो गई।Betul’
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बच्चों को पहले आमला और बैतूल के अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया। बाद में भोपाल के हमीदिया अस्पताल रेफर कर दिया गया। कबीर की आठ को और गरमित की 10 अक्टूबर को इलाज के दौरान मौत हो गई।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि अभी तक ये पुष्टि नहीं हुई है कि कफ सिरप के कारण ही मौतें हुई हैं। उन्होंने सभी मेडिकल स्टोर्स को निर्देश दिया है कि वे केवल डॉक्टर के वैध पर्चे वाली दवाएं ही दें। उन्होंने जनता से भी आग्रह किया कि पंजीकृत डॉक्टर से परामर्श किए बिना दवाइयां ना खरीदें।Betul
बीएमओ से रिपोर्ट मिलने के बाद बैतूल जिला प्रशासन मामले की जांच कर रहा है।डॉ. प्रवीण सोनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जो छिंदवाड़ा में सरकारी डॉक्टर होने के बावजूद एक निजी क्लिनिक में प्रैक्टिस कर रहे थे और सिरप लिख रहे थे।एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद कोतवाली पुलिस की एक विशेष टीम ने शनिवार देर रात छिंदवाड़ा के राजपाल चौक से डॉ. सोनी को गिरफ्तार कर लिया।