Bharat: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सऊदी अरब की शूरा काउंसिल से सऊदी भारत संसदीय मैत्री समूह के शिष्टमंडल का स्वागत किया। बिरला ने कहा कि भारत और सऊदी अरब के रिश्ते सदियों पुराने सांस्कृतिक, धार्मिक और आर्थिक जुड़ाव पर खड़े हैं, जो आज और अधिक मजबूत हो रहे हैं। लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने बताया कि सऊदी अरब में बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं, जो वहां की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। Bharat:
बिरला ने भारतीय समुदाय की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए सऊदी सरकार का आभार व्यक्त किया, और कहा कि यह दोनों देशों की मजबूत मित्रता का प्रमाण है। वार्ता में दोनों पक्षों ने स्वीकार किया कि हाल के वर्षों में उच्च-स्तरीय संवाद ने साझेदारी को नई ऊंचाई दी है।लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि रक्षा, ऊर्जा और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में सहयोग तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले समय में यह साझेदारी और व्यापक होगी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत का आत्मनिर्भर भारत और सऊदी अरब का विजन 2030 दोनों देशों के विकास की समान सोच को दर्शाते हैं।Bharat:
उन्होंने माना कि ये साझा लक्ष्य भविष्य में आर्थिक और तकनीकी सहयोग को कई गुना बढ़ाने का अवसर प्रदान करते हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा और जीवंत लोकतंत्र है, जहाँ अलग-अलग भाषाएं और संस्कृतियां एक साथ मिलकर काम करती हैं। बिरला ने कहा कि यही विविधता हमारी संसद में भी साफ़ दिखाई देती है।बिरला ने भारतीय संसद की Digital Sansad पहल पर चर्चा की और कहा कि तकनीक से अब संसद के कामकाज में पारदर्शिता और तेजी बढ़ी है। बिरला ने कहा कि AI के उपयोग से संसदीय दस्तावेज़ और कार्यवाही कई भारतीय भाषाओं में उपलब्ध हो रही हैं जिससे लोकतंत्र और अधिक सहभागी बन रहा है। Bharat:
ओम बिरला ने बताया कि भारतीय संसद में समितियां Mini Parliament की तरह काम करती हैं।इनमें सभी दलों के सदस्य मिलकर, बिना राजनीतिक मतभेदों के, राष्ट्रहित के मुद्दों पर गहन चर्चा करते हैं।उन्होंने कहा कि भारत और सऊदी अरब की समितियों के बीच संवाद बढ़ाने से दोनों पक्षों को लाभ होगा।Bharat
बिरला ने कहा कि People-to-People Connect दोनों देशों की मित्रता की असली ताकत है।सऊदी अरब में योग को बढ़ावा दिया जाना स्वागत योग्य है, क्योंकि इससे लोगों के बीच अपनापन बढ़ता है। अध्यक्ष ने PRIDE संस्थान के माध्यम से संसदीय प्रशिक्षण में सहयोग देने की भी पेशकश की है।Bharat:
