गीता एक पवित्र धार्मिक ग्रंथ होने के साथ-साथ जीवन जीने की कला भी सिखाता है- मंत्री संदीप सिंह

कुरुक्षेत्र(राजीव अरोरा): खेल एवं युवा मंत्री संदीप सिंह ने उपमंडल पिहोवा में आयोजित जिलास्तरीय गीता जयंती महोत्सव के कार्यक्रमों का शुभारंभ किया, खेल राज्यमंत्री बोले भावी पीढ़ी को संस्कृति व संस्कारों से जोड़े रखने के लिए अभिभावक बच्चों को निरंतर करवाएं गीता का पाठ , गीता एक पवित्र धार्मिक ग्रंथ होने के साथ-साथ जीवन जीने की कला भी सिखाता है ।

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खेल एवं युवा मंत्री संदीप सिंह ने उपमंडल पिहोवा में आयोजित जिलास्तरीय गीता जयंती महोत्सव के कार्यक्रमों का शुभारंभ किया इस अवसर पर वे बोले भावी पीढ़ी को संस्कृति व संस्कारों से जोड़े रखने के लिए अभिभावक बच्चों को निरंतर करवाएं गीता का पाठ क्योंकि गीता एक पवित्र धार्मिक ग्रंथ होने के साथ-साथ जीवन जीने की कला भी सिखाता है, इसके अतिरिक्त जय सिंह पाल वाईस चेयरमैन हरियाणा विमुक्त घुमंतु जाति बोर्ड ने जिलास्तरीय गीता जयंती महोत्सव के प्रात: के सत्र का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया।

खेल मंत्री संदीप सिंह ने जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव में आए लोगों को सम्बोधित करते हुए खासकर अभिभावकों से आहवान किया कि वे अपने बच्चों को निरंतर गीता के ज्ञान से अवगत करवाएं तथा उन्हें गीता को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए प्रेरित करें। गीता के 18 अध्याय हैं, यदि इनमें से किसी एक भी अध्याय का सही प्रकार से अनुसरण किया जाए तो व्यक्ति का जीवन सफल हो जाता है। ऐसे कई श्लोक व अध्याय हैं, जिनके अर्थ समझने से मनुष्य को जीवन की हर कठिनाई से मुक्ति मिल जाती है। उन्होंने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन में बहुत से ऐसे सवाल होते हैं, जिनका हमें कही जवाब नहीं मिलता, परंतु गीता को पढऩे से हर सवाल का जवाब आसानी से मिल जाएगा। अपने लक्ष्य तक पंहुचने के लिए अपने मन को एकाग्र कर सही दिशा दिखाना ही गीता का सार है।

 

 

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