दिल्ली की आबकारी नीति और मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट ने 10 लाख के मुचलके पर शर्तों के साथ जमानत दी है। उनको पासपोर्ट जमा करने का आदेश देकर कहा गया है कि उन्हें हर सोमवार और गुरुवार को थाने में हाजिरी भी देनी होगी। सिसोदिया पिछले 17 महीने से जेल में बंद थे। उन्हें जमानत मिलने की खबर आते ही देश की राजधानी में AAP और BJP के बीच सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है।
Read Also: IYC स्थापना दिवस और भारत छोड़ो आंदोलन दिवस के अवसर पर दिल्ली कांग्रेस कर रही इस कार्यक्रम का आयोजन
AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मनीष सिसोदिया को मिली जमानत पर कहा है कि “भाई @msisodia को मिली राहत भारत के न्याय व्यवस्था और लोकतंत्र की जीत है। बिना किसी सबूत के उन्हें जेल में रखा गया। सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला तानाशाह सरकार पर ज़ोरदार तमाचा है। तानाशाही मुर्दाबाद, लोकतंत्र ज़िंदाबाद।”
मनीष सिसोदिया को SC से मिली जमानत पर दिल्ली BJP अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि “BJP हमेशा न्यायालय के फैसले का सम्मान करती है, हम सर्वोच्च न्यायालय के मनीष सिसोदिया को जमानत देने के फैसले का भी सम्मान करते हैं। मगर जो लोग आज सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को न्याय की जीत बता रहे हैं वही गत सप्ताह के सर्वोच्च न्यायालय के दिल्ली नगर निगम एल्डरमैन निर्णय को लोकतंत्र की हत्या बता रहे थे।”
Read Also: PM मोदी की देशवासियों से अपील- ‘हर घर तिरंगा’ को यादगार जन आंदोलन बनाएं
AAP नेता मनीष सिसोदिया को जमानत मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री और BJP सांसद एसपी सिंह बघेल ने कहा है कि “उन्हें जमानत मिली है दोष मुक्त नहीं किया गया है। अंतिम फैसले का इंतजार करना चाहिए।”