BJP के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी द्वारा 1975 में कांग्रेस सरकार द्वारा देश पर लगाए गए “आपातकाल” के विरोध में “लोकतंत्र के काले दिन” पर BJP के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम की घोषणा की गयी है।
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आपातकाल के 50 साल पूरे होने के मौके पर BJP के राष्ट्रव्यापी आंदोलन कार्यक्रम की घोषणा में कहा गया है कि ‘आपातकाल’ भारत के मजबूत लोकतंत्र में एक अविस्मरणीय काला अध्याय है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून, 1975 को देश पर ‘आपातकाल’ लगाया, जो लोकतांत्रिक स्वतंत्रता पर गंभीर अंकुश था। अगले 21 महीनों में, कांग्रेस सरकार ने देश के लोकतंत्र और संविधान को बंदी बनाकर रखा, लोगों, मीडिया और विपक्षी नेताओं पर अनगिनत अत्याचार किए। यह अवधि एकतरफा कांग्रेस के नेतृत्व वाली अत्याचार का पर्याय बन गई, जहां सभी नागरिक अधिकार समाप्त कर दिए गए और असहमति की आवाजों को अन्यायपूर्ण तरीके से कैद कर लिया गया। आज भी 25 जून 1975 को भारतीय इतिहास में जुड़े इस अभिशप्त पन्ने को पढ़कर गहरा भय उत्पन्न होता है।
कांग्रेस पार्टी की तानाशाही और देश के संविधान के प्रति उनकी अवहेलना को उजागर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम शुरू किया है। BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा 25 जून को दोपहर 12:30 बजे आपातकाल के विरोध में पार्टी के केंद्रीय कार्यालय नई दिल्ली में “लोकतंत्र के काले दिन” मुख्य कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।
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कांग्रेस द्वारा लगाए गए ‘आपातकाल’ के विरोध में भारतीय जनता पार्टी के नेता, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता देश भर में आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेंगे। वे देश के सामने यह उजागर करेंगे कि किस तरह कांग्रेस ने संविधान का गला घोंटा, नागरिकों को उनके अधिकारों से वंचित किया, 21 महीने तक विपक्षी नेताओं पर अत्याचार किए, मीडिया को दबाया, सच बोलने वालों को चुप कराया, भारत की लोकतांत्रिक अखंडता को कमजोर किया और आंतरिक सुरक्षा अधिनियम (मीसा) और भारत रक्षा नियम (डीआईआर) के तहत लोगों पर अत्याचार किया।
